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स्पोर्ट्स डेस्क : दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के मैदान पर कई यादगार पारियां खेली हैं। सचिन के फैंस के लिए उनकी हरेक पारी यादगार है। पर अब सचिन अपनी 5 यादगार पारियां बताई हैं। सचिन ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने करियर की 5 सबसे यादगार वनडे पारियों के बारे में जिक्र किया है। उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है। 

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सचिन से जब उनकी पांच सर्वश्रेष्ठ वनडे पारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पांच यादगार वनडे पारियां चुनना बहुत मुश्किल है। मैं विश्व कप फाइनल को इस सूची से बाहर रखूंगा क्योंकि यह अहसास शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आप इसे अन्य मैचों के साथ शामिल नहीं कर सकते क्योंकि यह मेरी जिंदगी का सर्वश्रेष्ठ दिन था। शारजाह में आस्ट्रेलिया के मजबूत आक्रमण के खिलाफ दो शतक के अलावा ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200 रन इसमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह यादगार पारी है क्योंकि वह भी दक्षिण अफ्रीका का अच्छा गेंदबाजी आक्रमण था और पहली बार था जब वनडे में किसी ने दोहरा शतक जमाया था।

वहीं सेंचुरियन में 2003 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ शोएब अख्तर के खिलाफ छक्का और वो विस्फोटक 98 रन शीर्ष पांच में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह दबाव वाला मैच था और मैं अपने तरीके से बल्लेबाजी कर सकता था। सेंचुरियन की पारी विश्व कप में मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक होगी। अंत में ब्रिस्टल में कीनिया के खिलाफ शतक जो उन्होंने अपने पिता प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर के निधन के तुरंत बाद बनाया था।

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सचिन ने कहा कि मैं घर आया था और अपनी मां को देखकर मैं बहुत भावुक हो गया था। मेरे पिता के निधन के बाद वह टूट गई थीं। लेकिन उस दुख की घड़ी में भी वह मुझे घर पर रूकने देना नहीं चाहती थी और वह चाहती थीं कि मैं राष्ट्रीय टीम के लिए खेलूं। जब मैंने यह पारी खेली थी तो मैं बहुत ही भावुक अवस्था में था इसलिए यह मेरी पांच वनडे पारियों में शामिल होगी।