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नई दिल्लीः रोहित शर्मा को 23 जनवरी 2013 को इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में प्रयोग के तौर पर सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारा गया तो तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि इस नई भूमिका में मुंबई का यह बल्लेबाज न सिर्फ सफल रहेगा बल्कि लंबी पारियां खेलकर रिकार्डों की नई इबारत भी लिखेगा।  रोहित ने सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी संभालने से पहले 86 एकदिवसीय मैचों में 30.43 की औसत से केवल 1978 रन बनाए थे। लेकिन जिस तरह से ओपनर बनने से सचिन तेंदुलकर का बल्ला वनडे में रन उगलने लगा था उसी तरह से रोहित भी रनों का अंबार लगाने लगे और अब आलम यह है कि उनके नाम पर तीन दोहरे शतक दर्ज हैं जो कि विश्व रिकार्ड है।

ओपनर बनने से पहले बने थे सिर्फ दो शतक
मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ आज अपना तीसरा दोहरा शतक जडऩे वाले रोहित ने अपनी नई भूमिका के साथ पूरा न्याय किया। वह अभी तक सलामी बल्लेबाज के रूप में 89 मैचों की 88 पारियों में 56.32 की औसत से 4450 रन बना चुके हैं, जिसमें 14 शतक और 22 अर्धशतक दर्ज हैं। सलामी बल्लेबाज बनने से पहले रोहित के नाम पर 86 मैचों में केवल दो शतक और 12 अर्धशतक दर्ज थे और उनका उच्चतम स्कोर 114 था लेकिन जब वह नए अवतार में अवतरित हुए तब से वह 150 रन से अधिक की पांच पारियां (तीन दोहरे शतक सहित) खेल चुके हैं। 

सवार्धिक रन बनाने का रिकाॅर्ड किया कायम
उन्होंने ओपनर के रूप में ही 2014 में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में 264 रन बनाए थे जो वनडे में सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी का विश्व रिकार्ड है। इस बीच 2013 से लेकर 2017 तक हर वर्ष भारत की तरफ से वनडे में सर्वोच्च स्कोर का रिकार्ड उन्हीं के नाम पर दर्ज रहा। रोहित ने 23 जनवरी 2013 के बाद 86 मैच सलामी बल्लेबाज के रूप में खेले और इनमें 57.41 की औसत से 4421 रन बनाये। इस बीच केवल एक बार अफगानिस्तान के खिलाफ 2014 में ढाका में वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे जिसमें उन्होंने नाबाद 18 रन बनाये थे। नियमित ओपनर बनने से पहले भी 2011 में तीन मैचों में वह पारी का आगाज करने उतरे थे लेकिन तब उन्हें खास सफलता नहीं मिली थी।