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मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व की शुरूआत 16 अक्तूबर से होने जा रही है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले सभी 16 टीमों के कप्तान आपस में मिले और साथ में फोटो भी खिंचाई। इस दौरान पत्रकारों ने सभी कप्तानों से कुछ सवाल भी किए। इसी बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा से पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्तूबर को होने वाले मैच पर सवाल पूछा गया, जिसका जवाब देते हुए रोहित ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के महत्व को जानते हैं, लेकिन क्रिकेट की दुनिया में इस प्रतियोगिता के बारे में लगातार सोचकर खुद पर और अपनी टीम पर अनुचित दबाव नहीं डालेंगे।

शर्मा ने कहा कि " इसके बारे में बात करने का और खुद को दबाव में लाने का कोई मतलब नहीं है। पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम बिल्कुल सही हैं। हम खेल के महत्व को समझते हैं, लेकिन हर बार इसके बारे में बात करने और अपने भीतर दबाव बनाने का कोई मतलब नहीं है।"

पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मैच में अपनी कथित रूप से कमजोर गेंदबाजी और चोटिल खिलाड़ी बुमराह पर पूछे गए सवाल पर रोहित ने कहा," हम इस समय अपने पास मौजूद संसाधनों पर ध्यान देना चाहेंगे। चोट खेल का हिस्सा है। इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता है।" 

इसके अलावा रोहित ने 2007 टी-20 को याद करते हुए कहा,"खेल इतना विकसित हो गया है कि मैं खुद कई बार हैरान हो जाता हूं। मेरा मतलब है, 2007 के बाद से एक लंबा समय हो गया है। जब मुझे उस विश्व कप के लिए चुना गया था, तो मैं सचमुच अपने और टीम के बारे में किसी भी उम्मीद के साथ नहीं गया था। मैं सिर्फ टूर्नामेंट का आनंद लेना चाहता था, टूर्नामेंट खेलना चाहता था। वह मेरा अब तक का पहला विश्व कप था, इसलिए मुझे इस बात की कोई समझ नहीं थी कि विश्व कप का हिस्सा बनना कैसा होता है।"

रोहित ने आगे कहा,"हाँ, वहाँ से अब तक, यह एक लंबी यात्रा रही है। खेल इतना विकसित हो गया है कि आप सचमुच देख सकते हैं कि 2007 की तुलना में अब इसे कैसे खेला जा रहा है। पहले 140, 150 तब एक अच्छा स्कोर था, लेकिन अब उस स्कोर को टीमें 14-15 ओवर में हासिल कर लेती हैं। मुझे लगता है कि 2007 से 2022 तक मेरी समझ में बहुत सी चीजें बदल गई हैं, लेकिन हाँ, इन सभी वर्षों में खेल को विकसित होते देखना अच्छा रहा है।"