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स्पोर्ट्स डेस्क : मजबूत इरादे, कड़ी मेहतन और अपनो का साथ यह कुछ ऐसा मिश्रण है जो सफलता की नई कहानी लिख सकता है। फाजिल्का की प्रियंका रानी जो पंजाब अंडर-23 क्रिकेट टीम की कप्तान बन चुकी है, की कहानी भी कुछ ऐसी है जो उनके मजबूत इरादे, कड़ी मेहतन और पिता टेक चंद की तपस्या ने कर दिखाया है। अंडे की रेहड़ी लगाकर बेटी के क्रिकेट के सपने के लिए उसने अपनी ख्वाहिशों को भुला दी। ताकि बेटी के लिए क्रिकेट किट, जूते या कोचिंग की फीस जुटाई जा सके। 

फाजिल्का के जटियां मोहल्ले की गलियों से निकलकर राष्ट्रीय क्रिकेट के मंच तक पहुंची प्रियंका की कहानी प्रेरणादायक है। उनके पिता टेक चंद ने एक समाचार पत्र को बताया कि जब उन्होंने बेटी की आंखों में क्रिकेट के लिए वही चमक देखी, जो कभी खुद के भीतर थी तो उन्होंने ठान लिया कि बेटी को पीछे नहीं हटने देंगे। उन्होंने बताया जब प्रियंका को पहली बार 18,000 रुपए की महंगी क्रिकेट किट की जरूरत पड़ी तो घर में हालात अच्छे नहीं थे। ऐसे में उन्होंने तीन घंटे अतिरिक्त रेहड़ी लगाई, ताकि बेटी की जरूरत पूरी हो सके। कभी जूतों के लिए तो कभी आने-जाने के खर्च के लिए उन्हें ओवरटाइम करना पड़ा। 

टेक चंद ने कहा कि लोगों ने कहा कि बेटा है, उसी पर ध्यान दो, लेकिन मैंने प्रियंका को ही अपना बेटा मान लिया था। दो साल पहले सड़क हादसे में पैर फ्रैक्चर हुआ तो डाक्टरों ने आराम की सलाह दी। लेकिन बेटी की ट्रेनिंग ना रूके इसलिए रेहड़ी लगाना बंद नहीं किया। यह त्याग ही था, जिसने प्रियंका को पंजाब क्रिकेट का चेहरा बना दिया। 
 
महिला प्रीमियर लीग अगला लक्ष्य

बरनाला क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से खेल रही प्रियंका चार साल से वहां का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनके खेल को पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन का भी समर्थन मिला है। जनवरी 2025 में बीसीसीआइ की अंडर-23 इंटर स्टेट टी-20 प्रतियोगिता में उन्होंने कप्तानी करते हुए सबका ध्यान खींचा। अब वह दूमेन प्रीमियर लीग में जगह बनाकर देश के लिए खेलने का सपना देख रही है।  

मेरे पापा मेरे हीरो : प्रियंका 

प्रियंका अपने पिता को अपना हीरो मानती हैं। उन्होंने कहा पापा ने कभी मुझे बेटे से कम नहीं समझा। बचपन से लेकर आज तक उन्होंने मेरी हर जरूरत पूरी की। जब-जब मैं टूटी, उन्होंने संभाला। मेरी पहली किट हो या पहला टूर्नामेंट, सब पापा की वजह से ही संभव हो सका। मेरी कोशिश है कि एक दिन विश्व में अपने पापा का नाम रोशन करू।