कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने राष्ट्रीय टी-20 चैंपियनशिप में खेलने के लिए चुने गए खिलाड़ियों और रिजर्व खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती के फैसले की समीक्षा करने का आदेश दिया है।
पीसीबी के घरेलू विभाग द्वारा खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती के फैसले से क्रिकेट जगत में हंगामा मच गया। क्रिकेट प्रशंसकों और आलोचकों को घरेलू विभाग के इस फैसले से आश्चर्य हुआ कि क्या बोर्ड किसी वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। बोर्ड ने इससे पहले सिर्फ एक दिन के खेल के बाद राष्ट्रीय अंडर-19 चैंपियनशिप को अचानक रोक दिया था जिसके बाद से पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम और ढांचे को लेकर चर्चा हो रही है।
अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में अधिक उम्र के खिलाड़ियों के चयन और अन्य मुद्दों की शिकायतों के बाद नकवी के आदेश पर यह फैसला लिया गया। नए प्रतिभाओं के लिए सबसे जरूरी मंच माने जाने वाले राष्ट्रीय जूनियर टूर्नामेंट का इस सत्र में आयोजन नहीं हो पाया है। घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों के लिए सुविधाओं में कटौती करने की खबरें भी आई हैं। इसमें अनुबंधों को समाप्त करना और होटल तथा यात्रा जैसी चीजों में पहले के मुकाबले काफी कम खर्च करना शामिल है।
पीसीबी सूत्रों का दावा है कि खर्चों में कटौती इस सत्र में घरेलू क्रिकेट में टूर्नामेंटों में बढ़ोतरी के कारण की गई है। इन टूर्नामेंटों को पहले बजट में शामिल नहीं किया गया था।