खेल डैस्क : पेरिस ओलंपिक 2024 की कुश्ती स्पर्धा में भारतीय पहलवान रीतिका का 76 किलोग्राम वर्ग में सफर समाप्त हो गया है। क्वार्टरफाइनल में उनका मुकाबला किर्गिस्तान की एइपेरी मेतेट क्यजी से हुआ जिसमें उन्हें 1-1 की बराबरी में आखिरी अंक गंवाने के आधार पर हार का सामना करना पड़ा। रीतिका ने यह अंक ‘पैसिविटी (अति रक्षात्मक रवैया)' के कारण अंक गंवाया जो इस मैच का आखिरी अंक साबित हुआ। नियमों के अनुसार मुकाबला बराबर रहने पर आखिरी अंक बनाने वाले खिलाड़ी को विजेता घोषित किया जाता है।किर्गिस्तान की पहलवान अगर फाइनल में पहुंचती है तो रीतिका के पास रेपेचेज से कांस्य पदक हासिल करने का मौका होता लेकिन किर्गिस्तान की पहलवान यूएसए की पहलवान से हार गई। जिससे रीतिका की उम्मीदें टूट गई।
ऐसा रहा था पहला मुकाबला
रितिका ने हंगरी की बर्नाडेट नैगी के खिलाफ पहला मुकाबला खेला जिसमें 12-2 का स्कोर कर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। वह इस भारवर्ग में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली पहलवान हैं। 21 साल की रीतिका ने 12-2 से तकनीकी श्रेष्ठता से कुश्ती अपने नाम की। रीतिका पहले पीरियड में 4-0 से आगे थी लेकिन उन्होंने दूसरे पीरियड में शानदार प्रदर्शन कर हंगरी की पहलवान को ज्यादा मौके नहीं दिए। बर्नाडेट ने रीतिका के पैर पर आक्रमण किया लेकिन भारतीय पहलवान ने ‘फ्लिप'कर शानदार बचाव के बाद पलटवार के साथ दो बार दो अंक हासिल करने में सफल रही। रीतिका ने प्रतिद्वंद्वी को टेकडाउन कर दो अंक हासिल करने के बाद लगातार 3 बार अपने दांव पर 2-2 अंक हासिल किए जिससे रेफरी को 29 सेकंड पहले ही मैच को रोकना पड़ा।
घर में अकेली खाती है चिकन
रितिका ने एक इंटरव्यू के दौरान वजन में बने रहने के लिए किए गए संघर्ष की कहानी भी बताई थी। उन्होंने कहा कि
पहले 72 किग्रा भार वर्ग में वजन बनाए रखने के लिए उन्हें संघर्ष करना बना। 2023 की दूसरी छमाही में उनका वजन 76 किग्रा हो गया था। मैं बस खाती थी, ट्रेनिंग लेती थी। खाती थी। ट्रेनिंग लेतती थी। बस इसे ही दोहराती थी। फिर मैंने प्रोटीन के लिए चिकन खाना शुरू करना पड़ा। मेरी मां ने चिकन को अलग अलग तरीके से पकाया। अब मैं सेमी-ग्रेवी चिकन खाना खाती हूं। मेरे परिवार में और कोई भी चिकन नहीं खाता।
रीतिका की उपलब्धियां
- पहली बार ओलंपिक में गईं। महिला हैवीवेट वर्ग में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं।
- अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप 2023 में कैनेडी ब्लेड्स (यूएसए) पर अपनी जीत के साथ, वह आयु स्तर पर भारत की पहली महिला विश्व चैंपियन (76 किग्रा) बन गईं।
- 72 किग्रा भार वर्ग में 2023 एशियाई कांस्य पदक विजेता।
पेरिस ओलिम्पिक में हुए भारत के 6 पदक
पेरिस ओलिम्पिक में भारत के नाम पर अभी छह पदक हो चुके है। सबसे पहले निशानेबाजी में मनु भाकर (10 मीटर एयर पिस्टल), मनु भारत और सरबजोत सिंह (10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम), स्वप्निल कुसाले (50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस) और भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीते। इसके बाद स्टार भाला फैंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने रजत पदक हासिल किया है। शुक्रवार रात अमन सेहरावत ने भी कुश्ती में ब्रॉन्ज जीतकर इस संख्या को छह कर दिया।