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नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) करीब 15 महीने बाद सीनियर राष्ट्रीय शिविर की तैयारी कर रहा है और किसान आंदोलन के कारण शिविर पटियाला की बजाय दिल्ली में लग सकता है। डब्ल्यूएफआई के राष्ट्रीय शिविर जनवरी 2023 के बाद से बंद है जब देश की तीन शीर्ष पहलवानों ने तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन किया था। 

डब्ल्यूएफआई के निलंबन के बाद कुश्ती का रोजमर्रा का काम देख रही तदर्थ समिति ने जयपुर में अपनी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप कराने के बाद रोहतक (पुरूष) और पटियाला (महिला) में अभ्यास शिविर शुरू किए। युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा निलंबन वापिस लिये जाने के बाद डब्ल्यूएफआई ने बिशकेक में 11 से 16 अप्रैल तक होने वाली एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप और 19 से 21 अप्रैल तक उपमहाद्वीपीय ओलंपिक क्वालीफायर के लिये राष्ट्रीय टीम चुनने के लिए ट्रायल का ऐलान किया। 

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, ‘ट्रायल के बाद हर वर्ग के शीर्ष चार पहलवानों को राष्ट्रीय शिविर में बुलाया जाएगा। अभी हमने शिविर के वेन्यू तय नहीं किए हैं।' समझा जाता है कि सोनीपत के साइ केंद्र में पुरूष और दिल्ली के आईजी स्टेडियम में महिला वर्ग के शिविर लगेंगे। एक सूत्र ने कहा, ‘पंजाब में गतिविधियों पर प्रतिबंध के कारण हर किसी के लिए पंजाब पहुंचना आसान नहीं होगा। हमने इसलिए सरकार से महिलाओं के शिविर के लिए आईजी स्टेडियम देने का अनुरोध किया है।' ट्रायल में जयपुर और पुणे में हुई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में शीर्ष चार पर रहे पहलवानों को बुलाया जाएगा। राष्ट्रीय चैम्पियनशिप नहीं खेल सके अच्छे पहलवानों को भी मौक मिलेगा।