खेल डैस्क : वानखेड़े के मैदान पर टीम इंडिया ने विराट कोहली के बाद मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की कातिलानाा गेंदबाजी की बदौलत इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए 397 रन बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी न्यूजीलैंड केन विलियमसन और डेरिल मिशेल के कारण मजबूत नजर आ रही थी। लेकिन शमी ने 7 विकेट लेकर न्यूजीलैंड टीम की कमर तोड़ दी। अपने शानदार प्रदर्शन के लिए मोहम्मद शमी प्लेयर ऑफ द मैच भी बने। उन्होंने मैच के बाद हालातों पर बात की।
शमी ने कहा कि मैं अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। मैं सफेद गेंद से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल रहा था। मेरे मन में था, हम यॉर्कर और धीमी गेंदों जैसी कई चीजों के बारे में बात करते हैं। मैंने नई गेंद से विकेट लेने की कोशिश की। मैं नई गेंद से जितना संभव हो विकेट लेने की कोशिश करता हूं। मैंने केन का कैच छोड़ा। मुझे बुरा लगा। मैंने गति बढ़ाने की कोशिश की। वे अपने शॉट खेल रहे थे तो, मैंने एक मौका लिया। विकेट अच्छा था। ओस का डर था लेकिन यहां घास अच्छे से कटी हुई थी। अगर ओस आ जाती तो हालात खराब हो सकते थे। हमारे लिए धीमी गेंदें काम नहीं कर सकती थीं।
वहीं, 2015 और 2019 के सेमीफाइनल में हारने पर शमी ने कहा कि अब 2023 के सेमीफाइनल में जीत दर्ज कर मुझे अद्भुत महसूस हो रहा है। यह बहुत बड़ा मंच है। हम 2015 और 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार गए। मुझे जो मौका मिलता है उसे भुनाने की कोशिश कर रहा हूं। हम नहीं जानते कि हम सबको ऐसा मौका दोबारा कब मिलेगा।
बता दें कि क्रिकेट विश्व कप इतिहास में शमी के नाम अब 54 विकेट हो गए हैं। उन्होंने पहले ही भारतीय गेंदबाज जवागल श्रीनाथ और जहीर खान के 44-44 विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। वह ऐसे पहले गेंदबाज भी बन गए हैं जिन्होंने एक विश्व कप में तीन बार 5 या इससे ज्यादा विकेट लिए। इस विश्व कप में भी वह 23 विकेट लेकर टॉप विकेटटेकर हो गए हैं। उनके बाद 22 विकेट के साथ ऑस्ट्रेलिया के एडम जंपा हैं।