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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत की मिश्रित टेबल टेनिस स्पर्धा में पदक जीतने की उम्मीदों पर शनिवार को पानी फिर गया लेकिन मनिका बत्रा और सुतिर्था मुखर्जी ने यहां तोक्यो ओलंपिक की महिला एकल स्पर्धा में जीत से अभियान शुरू किया। अचंत शरत कमल और मनिका बत्रा के मिश्रित युगल वर्ग के अंतिम 16 में हारने से भारत का टेबल टेनिस अभियान निराशाजनक तरीके से शुरू हुआ था। भारतीय जोड़ी को तीसरी वरीयता प्राप्त चीनी ताइपै के लिन युन जू और चेंग आई चिंग से 0-4 से हार का सामना करना पड़ा।

हालांकि दुनिया की 62वें नंबर की खिलाड़ी मनिका ने ब्रिटेन की 94वीं रैंकिंग की खिलाड़ी टिन टिन हो को एकल स्पर्धा के शुरूआती मुकाबले में 4-0 से हरा दिया जबकि 98वीं रैंकिंग की सुतिर्था ने भी ओलंपिक पदार्पण में प्रभावित किया, उन्होंने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्वीडन की 78वीं रैंकिंग की लिंडा बर्गस्ट्रोम को 4-3 (5-11, 11-9, 11-13, 9-11, 11-3, 11-9, 11-5) से मात दी। सुतिर्था का सामना अब दूसरे दौर में पुर्तगाल की फु यु से होगा जबकि मनिका यूक्रेन की 32वीं रैंकिंग की मार्गिटा पेसोत्स्का से भिड़ेंगी।

इससे पहले लिन युन जू और चेंग आई चिंग ने भारतीय जोड़ी को 11 . 8, 11 . 6, 11 . 5, 11 . 4 से हराया । पहले दो गेम में 5 . 1 और 5 . 3 से बढत बनाने के बाद भारतीय जोड़ी लय कायम नहीं रख सकी। क्वालीफाइंग प्रतिस्पर्धा से ओलंपिक में जगह बनाने वाली 19 वर्षीय लिन के फ्लैंक्स का 12वीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी सामना नहीं कर सकी। फोरहैंड और बैकहैंड से उनके ड्राइव का कोई जवाब नहीं था। भारतीय जोड़ी ने पहले गेम में 5 . 1 की बढत बनाई लेकिन इसके बाद लिन और चेंग ने लगातार आठ अंक हासिल कर लिये।

शरत ने मैच के बाद कहा ,‘‘ हमें पहला गेम जीतकर उन पर दबाव बनाना चाहिये था। बेहतरीन टीम के खिलाफ ऐसा ही करना चाहिये। लिन सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से है और उसने दिखा दिया।'' उन्होंने कहा ,‘‘ उन्होंने हमें गलतियां करने पर मजबूर किया। उसने रिटर्न पर अच्छे विनर लगाये। रोमानिया के खिलाफ कल अभ्यास मैच के बाद मैं अच्छा महसूस कर रहा था। ड्रॉ भी बेहतर हो सकता था लेकिन अब फोकस एकल पर रहेगा।'' शरत और मनिका ओलंपिक के लिये रवाना होने से पहले राष्ट्रीय शिविर में सिर्फ तीन दिन साथ खेले थे । दोनों ने एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक में पदक की उम्मीद जगाई थी।