दुबई : मिचेल स्टार्क को मंगलवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 24 करोड़ 75 लाख रुपए में खरीदा जिससे वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने और टीम के सीईओ वैंकी मैसूर ने इस भारी भरकम कीमत को सही ठहराते हुए कहा कि यह उचित है क्योंकि अपने कौशल के कारण इस तेज गेंदबाज की मांग थी।
सनराइजर्स हैदराबाद के ऑस्ट्रलियाई कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) को 20 करोड़ 50 लाख रुपए की रिकॉर्ड राशि में खरीदने के कुछ घंटों बाद केकेआर (KKR) ने स्टार्क के लिए इससे भी ज्यादा बोली लगाई। मैसूर ने कहा कि बेशक कौशल को देखते हुए उसे (स्टार्क) प्राथमिकता मिली। शुरुआत में हम कुछ बोली में सफल नहीं रहे। शायद यह हमारे पक्ष में रहा क्योंकि हमारे पास ऐसा करने (बड़ी बोली लगाने) के लिए पैसे बच गए। हम आभारी हैं कि उसे अपने साथ जोड़ पाए। यह खिलाड़ी के मूल्य और उसके (स्टार्क) पास मौजूद कौशल को दर्शाता है। वह एक शानदार खिलाड़ी है।
मैसूर ने कहा कि किसी विशेष खिलाड़ी पर खर्च करना नजरिए का मामला है और प्रत्येक फ्रेंचाइजी यह तय करती है कि उसे अपने पैसे को अलग तरीके से कैसे खर्च करना है। उन्होंने कहा- ...अब ऐसा लगता है कि वाह, 24.75 करोड़ रुपए। मैं किसी को बता रहा था कि 2008 में जब आईपीएल शुरू हुआ था तो एक टीम की वेतन सीमा 20 करोड़ रुपए थी। इसलिए चीजें बदल गई हैं। जब नीलामी खत्म हो जाती है तो सभी 10 टीमें 100 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी होती हैं और सभी टीम इसे अलग-अलग तरीके से देखती हैं। 5 बार के चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स ने मंगलवार की नीलामी में न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र, डेरिल मिचेल और ऑलराउंडर शारदुल ठाकुर के रूप में 3 प्रमुख खिलाड़ियों को खरीदा।