स्पोर्ट्स डेस्क : आपने कई बार सुना होगा कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, खास कर उन लोगों के लिए जिनके पास विजन है और कुछ कर दिखाने का जजबा है। एथलीट पानी देवी पर यह बातें सटीक बैठती हैं जिन्होंने बेंगलुरु में मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दौड़, डिस्कस थ्रो, गोला फेंक में 3 गोल्ड मेडल जीते हैं।
घुटने में चोट और 93 साल की उर्म उन्हें रोकने में बेअसर रही और 100 मीटर रेस 45 सेकंड में पूरी की। अब इंडोनेशिया में होने वाले टूर्नामेंट के लिए चुनी गई हैं। मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप उन पुरुष-महिलाओं के लिए होती है, जिनकी उम्र 35 साल से अधिक हैं। हालांकि इस प्रतियोगिता में 100 साल की उम्र तक के प्रतियोगी हिस्सा ले सकते हैं। अब उनकी नजर विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने पर हैं।
पानी देवी का सफर दो साल अपने एथलीट पोते जयकिशन गोदारा के साथ ग्राउंड से शुरू हुआ जहां वहां दिव्यांग बच्चों को खेलते देख सोचती हैं कि मैं भी कर सकती हूं। पोते ने दौड़ने के लिए कहा और पानी देवी 400 मीटर का चक्कर लगा दिया। रुचि बढ़ी तो रोज ग्राउंड पर जाना शुरू किया और शॉट पुट और डिस्कस थ्रो सीखा।
तीर्थ यात्रा के बहाने चैंपियनशिप हिस्सा लिया और तीन मैडल जीते
नवंबर 2023 में पानी देवी के पोते ने अलवर में स्टेट मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने को कहा। उन्होंने समाज के डर से पहले तो मैंने मना कर दिया लेकिन फिर उन्होंने हम तीर्थ यात्रा पर जाने की बात कहकर सफर शुरू कर दिया। मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहली बार हिस्सा लिया और तीन गोल्ड जीते।
अब इंडोनेशिया की तैयारी
इसके बाद भी किसी को कुछ नहीं बताया और 2024 में पुणे में नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बिना किसी को बताया हिस्सा लिया और वहां भी तीन गोल्ड जीते। इस बार पोते ने फेसबुक पर पोस्ट डाल दी और इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए स्वीडन जाने का मौका मिला, लेकिन अधिक खर्च के कारण नहीं जा पाई। पिछली बार विदेश यात्रा के लिए विधायक, खेल मंत्री तक गुहार लगाई। लेकिन मदद नहीं मिली। इस बार इंडोनेशिया जाना है। वहां भेजने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री, खेल मंत्री से लेकर पीएम को चिट्ठी लिखी है।
फिटनेस मंत्र भी समझे
पानी देवी का कहना है कि वह सुबह 4 से 5 बजे के बीच उठ जाती हैं और सुबह से रात तक व्यस्त रहती है। वह अपने सभी काम खुद करती हूं और शाम को युवा एथलीट्स के साथ प्रैक्टिस करती हैं।