Sports

नई दिल्लीः इंग्लैंड क्रिकेट टीम को भारत के खिलाफ 2-1 से वनडे सीरीज जीताने में बल्लेबाज जो रूट ने अहम निभाई। रूट ने आखिरी मैच में नाबाद 100 रनों की पारी खेली। इस दाैरान उन्होंने शतक आैर जीत का जश्न जिस अंदाज में मनाया उसके खूब चर्चे हुए। रूट ने शतक पूरा करते ही बल्ला एक हाथ से पकड़कर ऊपर उठाया आैर फिर नीचे गिरा दिया। उनका यह अंदाज कईयों को ठीक लगा तो कईयों को नहीं। खुद रूट भी ऐसा कर पछता रहे हैं। 
PunjabKesari

रूट का कहना है उनको तुरंत ही अहसास हुआ कि इस तरह का सेलीब्रेशन करके उन्होंने अपनी जिंदगी की सबसे अधिक शर्मिंदगी वाली हरकत कर दी है और आग वह इसी कभी नहीं दोहराएंगे। उन्होंने कहा, ‘यह कार के टकराने जैसा था। ऐसा करने के बाद मुझे तुरंत पछतावा हुआ।’ रूट का यह 13वां शतक था। उन्होंने कहा, ‘अगर आप सोचते हैं कि आप इस तरह से जश्न मनाएंगे, तो यह होगा कि हमने विरोधियों को मैदान से बाहर भेज दिया, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यह मेरे द्वारा क्रिकेट के मैदान पर की गई सबसे निराशाजनक चीज है।’ बता दें कि रूट का यह इस सीरीज में लगाया लगातार दूसरा शतक रहा आैर उन्हें 'मैन आॅफ द सीरीज' अवाॅर्ड से भी सम्मानित किया गया। 
PunjabKesari

ब्राॅड को भी सही नहीं लगा उनका जश्न मनाना
उनकी ही टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राॅड ने भी उनके जश्न मनाने की तस्वीर शेयर करते लिखा, ''अगर रूट बल्ला गिराने की बजाए टी-शर्ट उतारकर हेडिंग्ले में दाैड़कर लहराते तो अच्छा होता। जानकारी के लिए बता दें कि मैच जीतने के बाद बल्ले को नीचे गिराने का मतलब माना जाता है कि विरोधी टीम का काम-तमाम। 
PunjabKesari
रूट पहले मैच में 3 रन बनाकर आउट हो गए थे आैर भारत यह मुकाबला जीत गया था। दूसरे मैच में रूट रंग में आए आैर उन्होंने दूसरे मैच में 113 रनों की पारी खेली। यह मैच इंग्लैंड ने 86 रनों से जीता जबकि तीसरे आैर सीरीज के निर्णायक मैच में रूट ने फिर नाबाद 100 रनों की पारी खेली, जिसकी बदाैलत इंग्लैंड सीरीज पर कब्जा करने में कामयाब रहा। रूट को उनके प्रदर्शन के लिए 'मैन आॅफ द सीरीज' भी चुना गया।