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अल रेयान (कतर) : भारत ने शनिवार को यहां एएफसी एशियाई कप फुटबॉल टूर्नामेंट के शुरूआती ग्रुप मैच में 50वें मिनट तक पूर्व चैम्पियन आस्ट्रेलियाई टीम को गोल नहीं करने दिया लेकिन अंत में उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। जीत की दावेदार आस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को कोई मौका नहीं दिया। लेकिन इगोर स्टिमक के खिलाड़ियों ने शानदार रक्षण दिखाते हुए पहले हाफ में प्रतिद्वंद्वी टीम को कोई गोल नहीं करने दिया। जिससे आस्ट्रेलिया दूसरे हाफ के पांच मिनट बाद ही गोल कर सकी। अहमद बिन अली स्टेडियम में खेले गये इस मैच में आस्ट्रेलिया के लिए जैक्सन इरविन ने 50वें और जोर्डन ब्रोस ने 73वें मिनट में गोल दागा।


विश्व रैंकिंग में 25वें स्थान पर काबिज और 2015 की विजेता आस्ट्रेलिया के लगातार हमलों से दूसरे हाफ में 102वीं रैंकिंग की भारतीय टीम का जोश जवाब दे गया। भारत का यह प्रदर्शन 2011 एशियाई कप के ग्रुप मैच में आस्ट्रेलिया से मिली 0-4 की हार से बेहतर रहा। भारतीय टीम हालांकि हार के अंतर से इतनी ज्यादा निराश नहीं होगी, बल्कि महज 2 गोल गंवाने से खुश ही होगी क्योंकि इसका उसे तब फायदा मिल सकता है जब ग्रुप से तीसरे स्थान की टीम का फैसला होगा। प्रत्येक ग्रुप से शीष दो टीमें तथा छह ग्रुप से सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान पर रहने वाली चार टीम ही राउंड 16 के नॉकआउट दौर में जगह बनाएंगी।

 

 

भारत के लिए नॉकआउट में जगह बनाना भी बड़ी उपलब्धि होगी। स्टिमक ने मैच से पहले अपने खिलाड़ियों को रक्षण में एकजुट होने को कहा था ताकि वे शारीरिक और तकनीकी रूप से बेहतरीन टीम को गोल करने से रोक सकें। पहले हाफ में भारतीय खिलाड़ी कोच की रणनीति के अनुसार चलने में सफल रहे लेकिन दूसरे हाफ में ऐसा नहीं हो सका क्योंकि आस्ट्रेलिया के पास काफी अच्छे खिलाड़ी मौजूद थे। लेकिन भारतीयों को श्रेय दिया जाना चाहिए कि वे आस्ट्रेलिया को पहले हाफ तक रोकने के बाद ज्यादा गोल से नहीं हारे।

आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने पहले 45 मिनट तक काफी हमले किये लेकिन कप्तान सुनील छेत्री सहित सभी 11 भारतीय खिलाड़ी अपने ही हाफ के रक्षण के काम में लगे थे। आस्ट्रेलियाई कप्तान और गोलकीपर मैथ्यू रेयान को किसी भी भारतीय हमले का कोई डर नहीं था जिससे वह मध्य पंक्ति के करीब खड़े रहे और अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहे। भारत को 16वें मिनट में आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को हैरान करने का सुनहरा मौका मिला था लेकिन छेत्री इसे चूक गये। निखिल पुजारी ने दाहिनी ओर से एक खूबसूरत क्रॉस दिया और छेत्री ने तीन डिफेंडरों को छकाते हुए गेंद को आस्ट्रेलियाई गोल की तरफ बढ़ाया लेकिन यह वाइड चली गई।

 

 

स्टेडियम में ज्यादातर भारतीय समर्थक बैठे थे और वे गेंद वाइड जाने से निराश हो गये। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दोनों ओर से हमले कर रहे थे और भारतीय अपने ही बॉक्स के अंदर इकट्ठे थे और प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों के प्रयासों को रोकने में लगे थे। रक्षात्मक पंक्ति के मुखिया संदेश झिंगन के पहले हाफ में सिर में कट लग गया जिससे वह पट्टी बांधकर खेले। 21वें मिनट में कोनोर मेटकाफे को स्वर्णिम मौका मिला लेकिन भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने बॉक्स के ऊपर इसे डिफ्लेक्ट कर दिया।

दूसरे हाफ में आस्ट्रेलियाई टीम को बढ़त बनाने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और इरविन ने 50वें मिनट में स्कोर 1-0 कर दिया। पहले हाफ के सतर्क प्रदर्शन के बाद भारतीयों ने आस्ट्रेलिया को आसानी से गोल करने दिया। संधू दाएं ओर से ऊंचे क्रास को रोकने के लिए लाइन से बाहर आये और उनका हाथ गेंद पर पहुंचा लेकिन इसे न तो रोक सका और न ही इसे दूर कर सका। गेंद इरविन के पास गिरी और उन्होंने बाएं पैर से शॉट लगाकर इसे नेट में पहुंचा दिया। 

 

 

भारतीयों ने अपनी रक्षात्मक रणनीति बदली और थोड़ा बिखर कर खेलना शुरू किया लेकिन इससे आस्ट्रेलियाई टीम ने मौके बनाए और 73वें मिनट में बढ़त दोगुनी कर दी। स्थानापन्न खिलाड़ी रिले मैकग्री ने लालेंगमाविया राल्टे को पीछे छोड़ते हुए ब्रोस को क्रॉस दिया जिन्होंने दूसरा गोल दागा। आस्ट्रेलियाई टीम हालांकि 69वें मिनट में अजीब गोल गंवाने से बच गयी। भारत 18 जनवरी को दूसरे मैच में उज्बेकिस्तान से भिड़ेगा।