नई दिल्ली : भारतीय ओलिम्पिक संघ (आईओए) ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (सीडब्ल्यूजी) 2022 के लिए भारतीय दल को रवाना किया। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एथलीट्स की रवानगी मौके कहा कि इस बार यह खेलें खास है क्योंकि इसमें कुल 215 सदस्यों में 108 पुरुष और 107 महिला एथलीट्स हैं। महिलाएं लगातार अच्छा कर रही हैं। मौके पर टोक्यो 2020 ओलिम्पिक पदक विजेता रवि दहिया, बजरंग पुनिया, पीआर श्रीजेश, हॉकी टीम कप्तान मनप्रीत सिंह और लवलीना बोरगोहेन भी मौजूद रहीं। समारोह में कामनवेल्थ सदस्यों के लिए आधिकारिक किट का अनावरण भी किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा- भारतीय खेल विश्व स्तर पर ऊंचाइयां छू रहा है। हमने ऐतिहासिक थॉमस कप भी जीता। और अब नजरें भारतीय राष्ट्रमंडल टीम पर हैं जोकि निश्चित रूप से हमारी अब तक की सबसे अच्छी और मजबूत टीम है। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी एथलीट भारत के लिए पदक जीतेंगे। सभी को शुभकामनाएं। आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा- हम टीम के मजबूत प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त हैं।
पदक जीतने पर मिलेगी नकद राशि
स्वर्ण विजेताओं को 20 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा जबकि रजत विजेताओं के लिए 10 लाख रुपए निर्धारित किए गए हैं। कांस्य पदक विजेताओं को साढ़े 7 लाख रुपए दिए जाएंगे।
ऐसा रहा पिछला रिकॉर्ड
4 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 26 स्वर्ण सहित 66 पदक जीते थे। भारत ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे स्थान पर हा था। 26 में से 25 स्वर्ण बैडमिंटन, मुक्केबाजी, निशानेबाजी, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन और कुश्ती में मिले थे।
भारत की टीमें घटीं
बर्मिंघम में भारत बार सिर्फ 10 खेलों में ही प्रतिस्पर्धा करेगा। गोल्ड कोस्ट में यह संख्या 15 थी। भारत को निशानेबाजी में सात स्वर्ण मिले थे लेकिन यह गेम 2022 कैलेंडर का हिस्सा नहीं है। इसमें भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी देखेगी। निशानेबाजी न होने के कारण बैडमिंटन, बॉक्सिंग, हॉकी, भारोत्तोलन और कुश्ती पर नजरें रहेंगी।