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महाकुम्भ नगर : भारत की स्टार शटलर और पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल बुधवार को संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए बुधवार को महाकुम्भ पहुंचीं। उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है और वह खुद को सौभाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें यहां आने का अवसर मिला। साइना ने कहा कि इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बनकर विशेष अनुभव हो रहा है। मैं उत्तर प्रदेश सरकार को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देती हूं। उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आएंगे और इसे विश्वभर में प्रसिद्ध बनाएंगे।

 

 

 

उन्होंने बताया कि वह आज शाम अपने पिता के साथ त्रिवेणी संगम जा रही हैं और भविष्य में अपनी मां के साथ भी यहां आने की इच्छा रखती हैं। साइना ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा उत्सव है। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं कि मुझे यहां आने का अवसर मिला। मैं खुश हूं कि सभी लोग एकजुट हुए और दिखाया कि हम कितने मजबूत हैं। मुझे गर्व है कि यह उत्सव हमारे देश में हो रहा है। मैं प्रार्थना करती हूं कि हमारा राष्ट्र और अधिक प्रगति करे और उन्नति के नए आयाम छूए।
 


साइना नेहवाल की उपलब्धियां

ओलंपिक खेल
कांस्य पदक (2012 लंदन ओलंपिक) : साइना ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी वांग शिन के चोट के कारण सेवानिवृत्त होने के बाद महिला एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप
रजत पदक (2015 जकार्ता): साइना ने महिला एकल स्पर्धा में रजत पदक जीता, और बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनीं।
कांस्य पदक (2017 ग्लासगो): उन्होंने महिला एकल स्पर्धा में एक और कांस्य पदक हासिल किया।

राष्ट्रमंडल खेल
स्वर्ण पदक (2010 नई दिल्ली): साइना ने महिला एकल में स्वर्ण पदक जीतकर खेलों में भारत की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
स्वर्ण पदक (2018 गोल्ड कोस्ट): उन्होंने महिला एकल में अपना दूसरा राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक जीता।


पुरस्कार 
अर्जुन पुरस्कार (2009): खेल में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए।
राजीव गांधी खेल रत्न (2010): उनकी असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देते हुए भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान।
पद्म श्री (2010): भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक, बैडमिंटन में उनके योगदान के लिए दिया गया।
पद्म भूषण (2016): एक और प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान, जो खेल में उनकी निरंतर उत्कृष्टता को मान्यता देता है।

विश्व रैंकिंग
साइना ने अप्रैल 2015 में महिला एकल में विश्व नंबर 1 रैंकिंग हासिल की और बैडमिंटन में इस मुकाम तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।