गुरबाज के हक में उतरे पंजाब के पूर्व हॉकी ओलिम्पियन

Edited By ,Updated: 07 Jan, 2016 11:33 AM

gurbaj singh

पंजाब के पूर्व हॉकी ओलिम्पियन कानूनी लड़ाई जीतने वाले गुरबाज सिंह के हक में उतर आए हैं। इन ओलिम्पियन का कहना है कि..

जालन्धर: पंजाब के पूर्व हॉकी ओलिम्पियन कानूनी लड़ाई जीतने वाले गुरबाज सिंह के हक में उतर आए हैं। इन ओलिम्पियन का कहना है कि हॉकी इंडिया को गुरबाज सिंह के साथ गलतफहमी दूर करके उसे मौका देना चाहिए। गुरबाज को हॉकी लीग के खिलाडिय़ों में जगह नहीं दी गई है हालांकि उसे सैफ  खेलों के लिए टीम में जगह जरूर मिली है।
 
क्या था मामला
गुरबाज सिंह पर हॉकी इंडिया ने अनुशासनहीनता के आरोप में 9 महीनों का प्रतिबंध लगा दिया था परन्तु इस प्रतिबंध के खिलाफ  गुरबाज सिंह अदालत में चला गया। अदालत ने गुरबाज के पक्ष में फैसला करते हुए टिप्पणी की थी कि हॉकी इंडिया में कोई गुरबाज के खिलाफ  काम कर रहा है। 
 
हरप्रीत सिंह मंड
गुरबाज काफी तजुर्बेकार हैं। यह उसका पीक टाइम है और भारतीय टीम को उसका काफी फायदा हो सकता है। यदि उसे इस समय न लिया गया तो 2-3 साल तक उसका प्रदर्शन नीचे चला जाएगा। इसके साथ एक अच्छा  खिलाड़ी  खोया  जा सकता है और टीम को भी इसका नुक्सान होगा।
 
मुखबैन सिंह
गुरबाज शुरू से ही अच्छा खिलाड़ी था। वह थोड़ा अनुशासनहीनता का शिकार हुआ  है  उस पर बुरे व्यवहार के दोष लगते हैं परन्तु मैंने उसे मैदान में निजी तौर पर देखा है, वह शरीफ  लड़का है। चयनकत्र्ताओं को अच्छे खिलाड़ी को तवज्जो देनी चाहिए।  
 
वरिन्द्र सिंह
मैं तो यही कहता हूं कि अब जब कोर्ट का भी फैसला आ चुका है तो हॉकी इंडिया को गुरबाज सिंह को टीम में ले लेना चाहिए, क्योंकि इस समय पर भारतीय टीम को उसकी जरूरत है।  गुरमेल सिंह गुरबाज सिंह अच्छा मिड फिल्डर है और भारतीय टीम में इस समय मिड फिल्डर की कमी भी है। यदि बच्चे ने कोई गलती की है तो उसे माफी मांग लेनी चाहिए। यह देश का सवाल है।  
 
मनप्रीत सिंह(हॉकी खिलाड़ी)
गुरबाज सिंह अच्छा अच्छा खिलाड़ी है यदि वह टीम में आते हैं तो टीम के लिए बहुत अच्छा है। वैसे यह हाकी इंडिया और गुरबाज का आपसी मसला है लिहाजा मैं इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा।
 
राजवीर कौर
वह अपने अधिकार के लिए अदालत गया था और अपने अधिकार के लिए लडऩा बुरी बात नहीं है। हॉकी इंडिया पहले ही उसके साथ बात करके मसले को हल करती तो अच्छा होता। हॉकी इंडिया के न मानने पर ही वह अपने अधिकार के लिए अदालत गया। अब चयनकत्र्ताओं को इस बात पर मनमुटाव नहीं रखना चाहिए
 
प्रगट सिंह 
यह उतना ही बुरा था तो इसको टीम में क्यों रखा गया था। मुझे लगता है कि हॉकी इंडिया लीग की जो टीम है उसकी तो कोई समस्या आनी ही नहीं चाहिए। हमें छोटी-छोटी चीजों को भुला कर देश की अच्छी टीम बनाने के लिए गुरबाज का चयन करना चाहिए।

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