Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर ने वीरेंदर सहवाग और सुनील गावास्कर जैसे महान क्रिकेटरों पर निशाना साधा है। दरअसल हाल ही में दोनों पान मसाले के एक विज्ञापन में साथ में नजर आए थे। गौतम गंभीर ने इस चीज की आलोचना की और कहा है कि सिर्फ पैसा कमाना ही लक्ष्य नहीं होना चाहिए। पैसे कमाने के कई और भी तरीके हैं और इसके लिए जरूरी नहीं है कि पान मसाले का प्रचार किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि लोग अपने काम कि वजह से आपको पहचानते है ना कि नाम से।


आप अपना रोल मॉडल बुद्धिमानी से चुनिए- गौतम 
गौतम ने एक चैनल पर बातचीत करते हुए कहा, "घृणित और निराशाजनक ये दो शब्द मेरे पास इसके लिए हैं। घृणित इसलिए क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक खिलाड़ी पान मसाला का विज्ञापन करेगा। निराशाजनक इसलिए क्योंकि मैं एक ही चीज कहता हूं कि अपना रोल मॉडल बुद्धिमानी से चुनिए। नाम नहीं बल्कि काम ज्यादा अहम है। आप अपने काम से पहचाने जाते हैं ना कि नाम से पहचाने जाते हैं। पैसे उतने अहम नहीं हैं कि इसके लिए आपको पान मसाले का प्रचार करना पड़े। पैसे कमाने के कई रास्ते हैं। आप युवाओं के रोल मॉडल हैं और इसी वजह से आपके अंदर इतना साहस होना चाहिए कि इस तरह के ऑफर को ठुकरा सकें।"

गंभीर ने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा,  "उन्हें 20-30 करोड़ रुपए ऑफर हुए थे। लेकिन उन्होंने अपने पिता से वादा किया था कि वो तंबाकू या पान मसाला का प्रचार नहीं करेंगे। यही वजह है कि वो रोल मॉडल हैं और हमें ऐसे रोल मॉडल्स की जरूरत है।"