Sports

स्पोर्ट्स डेस्कः विंडीज के आलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने पेशेवर खिलाड़ी के रूप में अपने करियर को बढ़ाने के लिए गुरूवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा लेकिन वह दुनिया भर की टी20 लीग के लिए उपलब्ध रहेंगे। 

पैंतीस साल के ब्रावो फिलहाल भारत में सीमित ओवरों की श्रृंखला खेल रही वेस्टइंडीज की टीम का हिस्सा नहीं है। उन्होंने 2004 में पदार्पण करने के बाद से विंडीज की ओर से 40 टेस्ट, 164 वनडे और 66 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। वह पिछली बार विंडीज की ओर से दो साल से भी अधिक समय पहले खेले थे। क्रिकेट के अलावा ब्रावो ने अपने हिट गाने ‘चैंपियन्स’ से भी सुर्खियां बटोरी जो भारत में 2016 विश्व टी20 में विंडीज के विजयी अभियान के दौरान टीम का आधिकारिक गीत था।     

विंडीज के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, Dwayne Bravo retires from international cricket

आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियन्स की ओर से खेलने वाले ब्रावो ने बयान में कहा, ‘‘आज मैं क्रिकेट जगत को पुष्टि करना चाहता हूं कि मैं आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। मैं क्रिकेटर के रूप में अपना पेशेवर करियर जारी रखूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विंडीज के लिए पदार्पण करने के 14 साल के बाद मुझे अब भी वह लम्हा याद है जब मैंने जुलाई 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ लाड्र्स क्रिकेट मैदान में पहली बार विंडीज की कैप पहनी थी। उस समय जो उत्साह और जुनून मैंने महसूस किया था उसे मैंने अपने पूरे करियर के दौरान बरकरार रखा।’’
Dwayne Bravo,  Dwayne Bravo retires from international cricket

त्रिनिदाद के इस क्रिकेटर से कहा कि उनका फैसला इस बात से भी प्रेरित है कि वह राष्ट्रीय टीम में युवा प्रतिभा के लिए जगह खाली करना चाहते हैं। ब्रावो ने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और तीन शतक तथा 13 अर्धशतक की मदद से 2200 रन बनाने के अलावा 86 विकेट भी चटकाए। ब्रावो ने 164 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2968 रन बनाए और 199 विकेट हासिल किए। टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम पर 1142 रन और 52 विकेट दर्ज हैं।
Dwayne Bravo, Dwayne Bravo retires from international cricket

ब्रावो ने अपना अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भारत के खिलाफ धर्मशाला में 2014 में खेला। इस दौरे के दौरान बोर्ड के साथ वेतन विवाद के कारण विंडीज की पूरी टीम दौरे के बीच से ही स्वदेश लौट गई। ब्रावो उस समय टीम के कप्तान थे। इसके बाद उन्हें 2015 विश्व कप की विंडीज की टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने हालांकि इसके अगले साल विश्व टी20 के लिए विंडीज की टीम में जगह बनाई और टीम के खिताबी अभियान में अहम भूमिका निभाई।