नई दिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि अगर हार्दिक पांड्या को कप्तान नियुक्त करते समय मुंबई इंडियंस ने संवाद में स्पष्टता दिखाई होती तो इस ऑलराउंडर के प्रति प्रशंसकों की कड़ी प्रतिक्रिया से बचा जा सकता था। शास्त्री ने इसके साथ ही हार्दिक को शांत बने रहने और अपने प्रदर्शन से जवाब देने की सलाह भी दी।
उन्होंने कहा, ‘यह भारतीय क्रिकेट टीम नहीं है जो खेल रही है। यह फ्रेंचाइजी क्रिकेट है। उन्होंने मोटी धनराशि खर्च की है। वह मालिक हैं और कप्तान नियुक्त करना उनका अधिकार है। मेरा मानना है कि इस मामले को संवाद में स्पष्टता के साथ बेहतर तरीके से निपटा जा सकता था।' शास्त्री ने कहा, ‘अगर आप चाहते थे की हार्दिक पांड्या कप्तान बने तो यह कह सकते थे कि हम भविष्य को ध्यान में रखकर ऐसा कर रहे हैं। रोहित शर्मा ने बेहतरीन भूमिका निभाई है और हम सभी इस बात को जानते हैं। हम चाहते हैं कि टीम को आगे बढ़ाने के लिए वह अगले तीन वर्ष तक हार्दिक की मदद करें।'
मुंबई इंडियंस ने वर्तमान सत्र से पहले रोहित शर्मा की जगह हार्दिक को कप्तान नियुक्त किया था। उनकी कप्तानी में टीम पहले तीन मैच में जीत नहीं दर्ज कर पाई। शास्त्री ने कहा, ‘हार्दिक को मेरी सलाह होगी कि शांत रहें, धैर्य रखें, नजरअंदाज करें और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करें। मुंबई इंडियंस की टीम शानदार है और अगर वह लय हासिल कर लेते हैं तो लगातार तीन या चार मैच जीत सकते हैं और फिर यह मसला दब जाएगा।' मुंबई इंडियंस को अपना अगला मैच सात अप्रैल को वानखेड़े स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेलना है।