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चेन्नई : अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने शतरंज ओलंपियाड ट्रॉफी के गायब होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसे टीम ने टूर्नामेंट के पिछले चरण में जीता था। इसके बाद एआईसीएफ को ट्रॉफी की प्रतिकृति की व्यवस्था करनी पड़ी और माफी मांगनी पड़ी। यह एक रोलिंग ट्रॉफी है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारतीय पुरुष टीम बुडापेस्ट में चल रहे ओलंपियाड के 45वें संस्करण में स्वर्ण पदक जीतने के करीब है। एआईसीएफ के सूत्रों ने पुष्टि की कि ओपन और महिला डिविजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को दी जाने वाली ‘गैप्रिंडाशविली ट्रॉफी' गायब हो गई है।


भारत इस ट्रॉफी का पिछला विजेता है जो उसने 2022 में यहीं जीती थी। एआईसीएफ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार रायजादा ने पीटीआई को बताया कि ट्रॉफी एक महीने से ज्यादा समय से गायब है और यह बात तब पता चली जब अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) ने ट्रॉफी बुडापेस्ट लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि फिडे से ट्रॉफी लाने का अनुरोध मिलने के बाद हम 30 दिनों से ज्यादा समय तक इसका पता लगाने में असमर्थ रहे हैं। फिर हमने आधिकारिक पुलिस शिकायत दर्ज की है जिसकी जांच की जाएगी।


एआईसीएफ के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि हमने फिडे के अनुरोध के बाद इसे हर जगह खोजने की कोशिश की। लेकिन हम अभी तक इसका पता लगाने में असमर्थ रहे हैं। यह वास्तव में एक शर्मनाक स्थिति है और इन चीजों के लिए पूरी जिम्मेदारी की जरूरत है। उन्होंने कहा- फिलहाल एक प्रतिस्थापन ट्रॉफी का ऑर्डर किया गया है। यह मूल ट्रॉफी जितनी विशेष नहीं होगी। लेकिन फिर भी यह मूल ट्रॉफी जैसी होगी। हम इस गड़बड़ी के लिए खेद व्यक्त करते हैं। ओलंपियाड का मौजूदा चरण 10 सितंबर को शुरू हुआ और 23 सितंबर को समाप्त होने वाला है।