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भुवनेश्वर : भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि ढाका में आगामी एशियाई चैम्पियंस ट्राफी (एसीटी) दूसरी श्रेणी के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और मुख्य टीम में दावा पेश करने का उचित मंच प्रदान करेगी। टूर्नामेंट पहले पिछले साल आयोजित किया जाना था जिसे कोविड-19 महामारी के कारण कई बार स्थगित कर दिया गया था। अब यह 14 से 22 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।

इस साल के शुरू में टीम के ऐतिहासिक ओलंपिक कांस्य पदक विजयी अभियान के बाद यह भारत का पहला टूर्नामेंट होगा। मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम तोक्यो खेलों की टीम में शामिल आठ खिलाड़ियों के बिना होगी जिसमें अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश भी शामिल हैं जिन्हें आराम दिया गया है। 

मनप्रीत ने शुक्रवार को ढाका के लिए रवाना होने से पहले कहा कि तोक्यो ओलंपिक टीम में शामिल करीब 10 खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, यह उन खिलाड़ियों के लिये शानदार मौका है जो बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में प्रदर्शन करने के लिए  मौका मिलने का इंतजार कर रहे थे। यह उनके लिये अपनी प्रतिभा और जज्बा दिखाने का अच्छा मंच होगा। गत चैम्पियन भारत शुरूआती दिन कोरिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगा जिसमें बाद उसकी भिड़ंत जापान, मलेशिया, पाकिस्तान और मेजबान बांग्लादेश से होगी। यह खिताब के लिये एक पूल का टूर्नामेंट होगा। 

कप्तान ने कहा कि तोक्यो ओलंपिक के बाद यह हमारा पहला टूर्नामेंट होगा इसलिये सामान्य सी बात है कि खिलाड़ी भी काफी उत्साहित होंगे। हमने भुवनेश्वर में अच्छा अभ्यास किया और मुझे लगता है कि यहां का मौसम भी ढाका के समान है तो हमें परिस्थितियों के अनुरूप ढलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इस शीर्ष मिडफील्डर ने कहा कि यह प्रतिस्पर्धा के हिसाब से ही नहीं बल्कि अन्य टीमों की क्षमता परखने के लिए भी अच्छा टूर्नामेंट होगा। हम एशियाई खेलों और एशिया कप से पहले अन्य एशियाई देशों की प्रगति भी भांप लेंगे। 

कोरिया के बाद भारत 15 दिसंबर को बांग्लादेश से भिड़ेगा जिसके बाद उसका सामना 17 दिसंबर को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा। इसके बाद 18 दिसंबर को टीम मलेशिया और फिर 19 दिसंबर को जापान से भिड़ेगी। पूल चरण से शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी जो 21 दिसंबर को खेले जायेंगे। इसके बाद फाइनल 22 दिसंबर को होगा। वर्ष 2018 में मस्कट में हुए पिछले चरण में भारत और पाकिस्तान संयुक्त विजेता रहे थे क्योंकि लगातार बारिश के कारण फाइनल रद्द कर दिया गया था।