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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत का चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अभियान शुक्रवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ शुरू होगा। इस स्थल पर होने वाले सभी मैचों के साथ भारत को लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों और तेज गेंदबाज़ों के अनुकूल परिस्थितियों के अनुकूल होना होगा। यहां उन प्रमुख कारकों पर एक नजर डालते हैं जो इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं। 

लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों के पक्ष में मैदान 

जिन स्थानों पर कम से कम 50 वनडे मैच आयोजित किए गए हैं, उनमें से दुबई स्टेडियम में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों के लिए जीत-हार का अनुपात सबसे अच्छा है। यहां खेले गए 58 वनडे मैचों में पहले फील्डिंग करने वाली टीम ने 34 बार जीत हासिल की है। 

क्या हाल के मैचों में यह प्रवृत्ति दिखाई दी? 

हां, ILT20 टूर्नामेंट के दौरान यहां 15 मैच आयोजित किए और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने उनमें से 11 जीते, जो टॉस के महत्व पर जोर देता है। 

पिच की स्थिति गेंदबाजों को कैसे प्रभावित करती है? 

हाल के महीनों में यहां तेज़ गेंदबाज़ों का दबदबा देखा गया है। ILT20 में तेज गेंदबाजों ने 25.80 की औसत से 116 विकेट लिए जबकि स्पिनरों ने 29.40 की औसत से केवल 54 विकेट। 

इसका भारत की टीम पर क्या असर होगा? 

भारत ने पांच स्पिनर कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, वरुण चक्रवर्ती और वाशिंगटन सुंदर चुने हैं। तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों के साथ भारत को अपनी प्लेइंग 11 में सही संतुलन बनाने की आवश्यकता होगी।

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान दुबई स्टेडियम में होने वाले मैच 

भारत तीन ग्रुप-स्टेज मैच यहां खेलेगा जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला भी शामिल है। 
पहला सेमीफाइनल 4 मार्च को (अगर भारत क्वालीफाई करता है)
फाइनल 9 मार्च को (अगर भारत क्वालीफाई करता है)