Sports

नई दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय ने पारंपरिक नौका दौड़ टीम को 18 अगस्त से दो सितंबर तक इंडोनेशिया में होने वाले एशियाई खेलों भेजने का निर्देश दिया है। भारतीय ओलंपिक संघ से एशियाई खेलों में हिस्सा लेने के लिए जिन खेलों और खिलाडिय़ों का चयन किया था उसमें पारंपरिक नौका दौड़ शामिल नहीं थी।

आईओए के रवैये के खिलाफ नौका दौड़ के खिलाड़ी अभय सिंह ने अदालत में याचिक दायर की थी। आईओए ने चयन के लिए जरूरी योग्यता मानदंडों को पूरा नहीं करने पर नौका दौड़ टीम का चयन नहीं किया था। अभय ने एशियाई स्तर के टूर्नामेंट में रजत और कांस्य पदक जीतने के बाद इस मामले में अदालत से दखल देने की मांग की थी।
Image result for boat race india
अदालत ने कल याचिकाकर्ता के पक्ष में फैसला सुनाते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि याचिकाकर्ता और टीम इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर सके। आईओए के सचिव राजीव मेहता ने खेलों की आयोजन समिति को नौका दौड़ खिलाडिय़ों के नामों को भेजे जाने की पुष्टि करते हुए कहा- हमने नाम भेज दिए हैं। अब ये देखना होगा की आयोजक इसे स्वीकार करते है या नहीं।

भारतीय कयाकिंग एंड कैनोइंग संघ के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा ने कहा कि इसमें पुरूष और महिला टीमों को भाग लेना है जिसमें 16-16 खिलाड़ी होते हैं। उन्होंने कहा कि नौका दौड़ में 12 खिलाड़ी भाग लेते हैं जबकि चार रिजर्व खिलाड़ी होते है। उन्होंने कहा- अभी हमें यह नहीं पता है कि खेल मंत्रालय कितने खिलाडिय़ों के नामों पर मुहर लगायेगा।
Image result for boat race india
नौका दौड़ को शामिल करने से भारतीय दल में खिलाडिय़ों की संख्या और बढ़ेगी। आईओए ने शुरूआत में 524 खिलाडिय़ों के नामों की घोषणा की थी लेकिन फिर उसमें संशोधन किया गया जिससे ये संख्या 541 हो गई। इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच ने आईओए को पुरूष हैंडबाल टीम को चयनित सूची में शामिल करने का निर्देश दिया था।