स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और पाकिस्तान के बीच में तेज गेंदबाज हारिस रऊफ और शाहीन शाह आफरीदी ने बिना वजह भारतीय बल्लेबाजों शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा से उलझने की कोशिश की और इसका उन्हें 105 रन की साझेदारी के साथ कड़ा जवाब भी मिला। लेकिन यह पहली दफा नहीं था जब पड़ोसी टीम के खिलाड़ियों ने इस तरह का रवैया अपनाया हो। इतिहास गवाह है कि जब-जब पाकिस्तान ने मैदान पर बहसबाजी की, तब-तब भारत ने दमदार प्रदर्शन से उन्हें चुप कराया। आइए ऐसे ही कुछ यादगार किस्सों पर नजर डालते हैं।
1992 : जावेद मियांदाद की झल्लाहट
सिडनी में हुए विश्व कप मुकाबले में भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे की स्लेजिंग से जावेद मियांदाद अपना आपा खो बैठे थे। उन्होंने बल्लेबाजी के दौरान अजीब हरकतें करके मोरे की नकल उतारी। हालांकि मैच में बाज़ी भारत के हाथ लगी और पाकिस्तान की हार ने मियांदाद के गुस्से को और बढ़ा दिया।
1996 : वेंकटेश प्रसाद का पलटवार
बेंगलुरु के क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज आमिर सोहेल ने चौका लगाने के बाद प्रसाद की ओर बल्ला तानकर इशारा किया। अगली ही गेंद पर प्रसाद ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया और पवेलियन का रास्ता दिखाया। यह पल भारत-पाक क्रिकेट इतिहास का प्रतीक बन गया।
2003 : सचिन तेंदुलकर का जवाब
सेंचुरियन में हुए विश्व कप मुकाबले में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और उनके साथी खिलाड़ियों ने बार-बार सचिन तेंदुलकर को उकसाने की कोशिश की। लेकिन मास्टर ब्लास्टर ने 98 रनों की पारी खेलकर पाकिस्तान की उम्मीदें तोड़ दीं और भारत को जीत दिलाई।
2007 : गंभीर–आफरीदी भिड़ंत
कानपुर में खेले गए वनडे मैच में गौतम गंभीर और शाहिद आफरीदी के बीच तीखी बहस हो गई थी। दोनों इतने करीब आ गए कि अंपायरों को बीच में आना पड़ा। इसके बावजूद भारतीय टीम ने मैच आसानी से अपने नाम कर लिया।
2010 : दांबुला का हाई वोल्टेज मैच
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच दांबुला का मैच बेहद रोमांचक रहा। आखिरी ओवरों में हरभजन सिंह और शोएब अख्तर आपस में भिड़ गए। लेकिन हरभजन ने छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाई और पूरे विवाद का जवाब बल्ले से दिया। इसी मैच में कामरान अकमल और गौतम गंभीर के बीच भी झड़प हुई थी, जिसे अंपायरों और खिलाड़ियों ने मुश्किल से शांत कराया।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबलों में बहस और तनाव नई बात नहीं है। लेकिन बार-बार यह साबित हुआ है कि जुबानी जंग से नहीं, बल्कि खेल से ही इतिहास लिखा जाता है। एशिया कप 2025 का हालिया मैच भी इसी सिलसिले की अगली कड़ी है, जहां भारतीय खिलाड़ियों ने पड़ोसी टीम की बेवजह की हरकतों का जवाब जीत और प्रदर्शन से दिया।