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स्पोर्ट्स डैस्क : भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा है कि लंदन के केनिंगटन ओवल में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रन की हार के कारण कप्तान नहीं हैं, बल्कि अन्य मुद्दे हैं।

हमारी उम्मीदें हमारे आंसुओं में बह गई हैं

अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए चोपड़ा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बहुत ही शानदार तरीके से हराया। चोपड़ा ने कहा,  “ऑस्ट्रेलिया ने हमें बहुत ही कायल अंदाज में हरा दिया। उन्होंने डब्ल्यूटीसी ट्रॉफी भी उठा ली है और सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली दुनिया की एकमात्र टीम बन गई है। ऐसी कोई ट्रॉफी नहीं है जो ऑस्ट्रेलिया की कैबिनेट में न हो। और अगर हम अपनी बात करें तो 2013 से हमारी उम्मीदें हमारे आंसुओं में बह गई हैं।'

उन्होंने आगे कहा कि भारत के एक दशक तक ICC ट्रॉफी नहीं जीतने के पीछे के मुद्दे कप्तान के साथ नहीं बल्कि कहीं और हैं। भारत ने आखिरी बार 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर एमएस धोनी के नेतृत्व में आईसीसी ट्रॉफी जीती थी। उन्होंने कहा, ''अच्छा खेलने और 10 साल में ट्रॉफी नहीं उठाने के लिए आत्ममंथन की जरूरत है क्योंकि आपने कप्तान तक बदल दिया। पहले यह होता था कि अगर विराट कोहली अच्छे कप्तान नहीं हैं तो हमें कप्तान बदल देना चाहिए, लेकिन आप किसी दूसरे कप्तान के आने पर भी ट्रॉफी नहीं जीतते। यह कप्तान के बारे में नहीं है, वजह कुछ और है।”

चोपड़ा ने कहा कि आईसीसी प्रतियोगिताओं में ट्रॉफी के बिना 10 साल बीताना बहुत लंबा समय है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को टीम प्रबंधन द्वारा संबोधित करने की जरूरत है। भारत के पास अक्टूबर और नवंबर में 50 ओवरों के विश्व कप की मेजबानी करने पर आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका होगा।

उन्होंने कहा, 'आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि 10 साल आपने अच्छा क्रिकेट खेला, लेकिन लेकिन ट्रॉफी नहीं उठाई। यह लंबा समय है। ऑस्ट्रेलिया ने दुबई में ट्रॉफी जीती। वे कहते हैं कि वे हालात उनके अनुकूल नहीं हैं और हम सेमीफाइनल के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाए।' भारत अब 2021 में केन विलियमसन के न्यूजीलैंड के खिलाफ और 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आठ विकेट से हारकर लगातार डब्ल्यूटीसी फाइनल हार गया है।