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खेल डैस्क : शैफाली वर्मा ने सीनियर महिला वन-डे ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में बंगाल के खिलाफ 115 गेंदों पर 197 रनों की सनसनीखेज पारी खेली लेकिन इसके बावजूद उनकी टीम को हार झेलनी पड़ी। टीम इंडिया से बाहर चल रही शैफाली ने फिर से निडर बल्लेबाजी करते हुए बड़े शॉट्स लगाए। उनकी कप्तानी पारी की बदौलत हरियाणा ने 50 ओवर में 390 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। हालांकि बंगाल ने रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की। लेकिन शैफाली की 11 छक्के और 22 चौकों से सजी पारी पूरा दिन चर्चा में रही। शैफाली को वनडे में खराब प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से बाहर कर दिया गया था। घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ वह तीन पारियों में सिर्फ 56 रन ही बना सकी थी।

 

 


शैफाली ने तूफानी पारी खेलकर बता दिया कि आखिर वह इस खेल की सबसे खतरनाक बल्लेबाज क्यों है। उन्हें पता है कि वापसी कैसे करनी है। उनके यह रन इस बात का प्रतीक है कि वह वापसी करने के लिए कितनी उतावली है। शैफाली का टी20ई करियर शानदार रहा है, लेकिन उनकी वनडे यात्रा आसान नहीं रही है। 2021 में अपने पदार्पण के बाद से उन्होंने 25 मैच खेले हैं लेकिन 23.00 की औसत से केवल 644 रन ही बनाए हैं। 2023 के अंत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में वह फ्लॉप रही जिसके बाद उन्हें टीम में स्थान गंवाना पड़ा था। 

शैफाली ने इस पारी से चयनकर्ताओं, आलोचकों को करारा जवाब दिया है जोकि उनकी प्रतिभा पर संदेह कर रहे थे। महज 20 साल की उम्र में शैफाली 85 टी20 मैच खेलकर 2,000 से ज्यादा रन बना चुकी हैं और 10 अर्द्धशतक लगा चुकी हैं। मैच की बात की जाए तो हरियाणा ने रीमा के 58, शैफाली वर्मा के 197, त्रिवेणी के 46 तो सोनिया के 41 गेंदों पर 61 रनों की बदौलत 389 रन बनाए थे। जवाब में बंगाल ने जोरदार शुरूआत की। धारा ने 49 गेंदों पर 69 रन तो मंडल ने 29 गेंदों पर 52 रन बनाए। इसके बाद टी सरकार ने 83 गेंदों पर 20 चौकों की मदद से 113 रन जड़ दिए। मध्य्रकम में पी बाला ने 81 गेंदों पर 88 रन बनाकर 50वें ओवर में टीम को जीत दिला दी।