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नई दिल्लीः केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि अगले टोक्यो ओलंपिक के लिए केवल उन्हीं खिलाड़ियों की वित्तीय मदद की जा रही है जिनकी पदक जीतने की संभावना सबसे ज्यादा है। राठौड़ ने जापान-इंडिया स्पोट्स एक्सजेंच टूवड्रस 2020 ओलंपिक/ पैरालंपिक कार्यक्रम से इतर शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए कि टोक्यो ओलंपिक में किसी खिलाड़ी की पदक जीतने की संभावना कितनी है उसी हिसाब से ही उनको फंडिंग दी जा रही है।

उन्होंने साथ यह भी कहा कि मंत्रालय ओलंपिक टास्क फोर्स की सिफारिशों के अनुसार ही एथलीटों को वित्तीय मदद दे रहा है। ओलंपिक में देश के बेहतर प्रदर्शन को लेकर तत्कालीन खेल मंत्री विजय गोयल ने ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए अगस्त में ओलंपिक टास्क फोर्स का गठन किया था जिसमें बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद और पूर्व निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को शामिल किया गया था। इस समिति का काम आने वाले तीन ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए रोड मैप तैयार करना था।   

खेल मंत्री ने कहा कि खेल विभाग में पहले जिस तरह की नौकरशाही थी उसे खत्म करने और टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के सामने किसी तरह की बाधा न आए तथा उन्हें पेशेवर बनाने के लिए ओलंपिक टास्क फोर्स का गठन किया गया था। ओलंपिक टास्क फोर्स ने खिलाड़ियों की ट्रेनिंग और उनकी फंडिंग को  लेकर अपनी सिफारिशें हमें दी हैं और हम उसी के अनुसार काम कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा कि हमने ओलंपिक टास्क फोर्स की सिफारिशों पर काम करना शुरु कर दिया है और इस बात को ध्यान में रखा जा रहा है कि किसके पदक जीतने की उम्मीद है। खिलाड़यिों के लिए फंडिंग की कोई कमी न हो इसके ऊपर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।