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जालन्धर : आईपीएल की शुरुआती सीजन से अब तक सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक सुरेश रैना की आखिरकार भारतीय टीम में एक साल बाद वापसी हो ही गई। रैना ने भी इस मौके पर बराबर भुनाते हुए जोरदार शुरुआत कर दी। हालांकि रैना सिर्फ 15 रन की पारी ही खेल पाए लेकिन इस छोटी-सी पारी दौरान उन्होंने बता दिया कि उन्हें 20-ट्वंटी फार्मेट का धमाकेदार बल्लेबाज क्यों कहा जाता है। रैना ने यह 15 रन बनाने के लिए महज 6 गेंदें खेलीं इसमें एक गगनचुंबी छक्का और एक चौका देखने को मिला। टीम इंडिया अगर 28 रन से जीती तो इसके पीछे रैना की इस छोटी पारी के अलावा उनके लक का भी बराबर योगदान रहा। दरअसल पिछले दो टी-20 में रैना जब खेले। टीम इंडिया जीती है और टीम इंडिया की जीत में किसी एक गेंदबाज का सहयोग अतुल्रीय रहा है।
उदाहरण के लिए रैना ने जोहानिसबर्ग से पहले अपना टी-20 फरवरी में इंगलैंड के खिलाफ खेला था। इस मैच में भारतीय स्पिनर यजुवेंद्र चहल चमके थे। उन्होंने 25 रन देकर इंगलैंड के छह बल्लेबाजों को पैवेलियन का रास्ता दिखाया था। जोहानिसबर्ग  में बीते दिन हुए मैच में भी भारतीय टीम के एक बॉलर ने दक्षिण अफ्रीका की कमर तोड़कर रख दी। वह बॉलर थे भुवनेश्वर कुमार। भुवनेश्वर ने जोहानिसबर्ग टी-20 में 24 रन देकर पांच विकेट झटके। इसे एक तरह से रैना का लक ही कहेंगे कि वह जब पिछले दो टी-20 में जब भी भारत के लिए खेले, किसी एक भारतीय बॉलर ने कमाल की बॉलिंग कर मैच जितवाया हो। वैसे क्रिकेट और संयोग साथ-साथ चलते हैं। हो सकता है- रैना की टी-20 में मौजूदगी ही भारत की जीत की बुनियाद रख रही हो।