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नई दिल्लीः भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरिज में भारतीय अपना 25 साल का सूखा खत्म करने पर खरे नही उतरे। पहला टेस्ट मैच केपटाउन में 72 रनों और दूसरा मैच सेंचुरियन में 135 रनों से हारने के बाद भारतीय टीम ने क्रिकेट फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बार-बार यही सवाल सामने आ रहा है कि क्या विराट सेना के कुछ खिलाड़ी अपने घरेलू मैदान पर ही खेल सकते हैं। दो टेस्ट मैच हारने के बाद क्या इन 3 खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए? आईए देखते हैं कौन है वो 3 खिलाड़ी- 

पार्थिव पटेल
ऋद्धिमान साहा के चोटिल होने कारण पार्थिव को दूसरे टेस्ट मैच में शामिल किया गया था। पार्थिव को हमने घरेलू मैदान पर खेलते देखा है परन्तु सेंचुरियन में उनका खेल देख कर भारतीय टीम के खिलाड़ियों के साथ-साथ फैंस ने भी इन पर नाराजगी जताई है। पार्थिव ने सेंचुरियन टेस्ट मे अपनी दोनों पारियों में 19-19 रनों की पारी खेली। बल्लेबाजी में तो खराब प्रदर्शन किया ही साथ-साथ उन्होंने फिल्डिंग मेें भी अपना शतप्रतिशत नही दिया। विकेटकीपर की भूमिका अदा कर रहे पार्थिव ने अमला और डीन एल्गर का कैच छोड़ा जिसका खामियाना टीम को भुगतना पड़ा। अब सवाल यह होगा कि टेस्ट करियर में पार्थिव को टीम में रखना चाहिए या नही?
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ईशांत शर्मा
29 साल के ईशांत शर्मा दूसरे टेस्ट में अफ्रीका के दौरे पर खेले हैं, जिसमें उनका कुछ खास प्रदर्शन नही रहा। ईशांत को 10 साल हो चुके हैं भारतीय टीम के साथ जुड़े परन्तु वह अभी तक टीम में फाईनल जगह नही हासिल कर पाए हैं। ईशांत की बल्लेबाजी तो ना के बराबर ही है। उन्होंने सेंचुरियन की दोनों पारियों में 5 विकेट लिए वो भी तब जब भारत के हाथ से मैच जा चुका था। ईशांत के अलावा अगर गेंदबाजी और बल्लेबाजी की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार ने केपटाउन के पहले टेस्ट में अपना काफी अच्छा प्रदर्शन दिखाया है। भुवी ने 6 विकेट और 38 रन बनाए जबकि दूसरे टेस्ट में ईशांत ने 5 विकेट और 7 रन बनाए।
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रोहित शर्मा
नागपुर, महाराष्ट्र के रहने वाले रोहित शर्मा ने श्रीलंका के दौरे पर अच्छा प्रदर्शन दिखाया है पर अफ्रीका के दौरे पर तो वह चुप से ही बैठ गए हैं। रोहित ने अपने घरेलू मैदान पर तो कमाल का परफोर्मेंस दिया है, लेकिन विदेशी सरजमी पर उनका बल्ला नही बोला। अफ्रीकी दौरे पर उन्होंने पहले टेस्ट में दोनों पारियों में 21 रन बनाए और दूसरे मैच की दोनों पारियों में मात्र 57 रन जोड़े। वनडे मैचों में रोहित का बल्ला खूब रन बरसाता है पर इस टेस्ट मैचों की बात करें तो वह 50 के आंकड़े तक भी नही पहुंच सके।

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