खेल डैस्क : मुंबई इंडियंस ने आईपीएल के आगामी सत्र में हार्दिक पांड्या को कप्तान घोषित कर दिया है। इससे पांच बार के चैम्पियन रोहित शर्मा बतौर सलामी बल्लेबाज ही टीम में खेलने नजर आएंगे। फैंस अंदाजा लगा रहे थे कि रोहित और हार्दिक में कप्तानी को लेकर खटपट चल सकती है जिसका खामियाजा मुंबई इंडियंस को भुगतना पड़ सकता है। अब इस मामले पर युवराज सिंह ने चुप्पी तोड़ी है। पांड्या के कप्तान बनने पर किसी तरह से अहंकार के टकराव पर युवराज ने कहा कि जब खिलाड़ी एक साथ खेलते हैं तो इस तरह की चीजें होती हैं। अगर उन्हें कोई मुद्दा है तो उन्हें निश्चित रूप से बैठकर इस पर बात करनी चाहिए।
युवराज ने कहा कि रोहित ने हमेशा ही हार्दिक से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने की कोशिश की है। मुझे इसमें कोई मुद्दा नहीं दिखता लेकिन अगर ऐसा है तो उन्हें निश्चित रूप से इसके बारे में बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आप अपने देश के लिए खेल रहे हो तो आपकी प्राथमिकता सबकुछ छोड़कर मैदान पर अपना शत प्रतिशत देने की होनी चाहिए। युवराज ने कहा कि वे पेशेवर खिलाड़ी हैं, अगर कोई मुद्दा है तो उन्हें इसे छोड़कर देश के लिए अपना शत प्रतिशत देना चाहिए।
भारतीय पूर्व स्टार ऑलराऊंडर युवराज सिंह ने भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई है लेकिन बतौर क्रिकेटर उन्हें एक चीज का पछतावा है कि वह और अधिक टेस्ट मैच खेल सकते थे। पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज को अब भी लगता है कि वह 40 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल सकते थे। उन्होंने कहा कि एक ही पछतावा है कि मैं और अधिक टेस्ट खेल सकता था। मैंने 40 टेस्ट खेले और 45 टेस्ट के लिए 12वां खिलाड़ी था। उन्होंने कहा कि वह वो युग था जिसमें वीरेंद्र सहवाग को पारी का आगाज करना पड़ा। दादा (सौरव गांगुली) कप्तान थे, फिर वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर खेलते थे। टीम में जगह बनाना मुश्किल था। लेकिन मैंने ‘टीम मैन' के तौर पर हमेशा अपना शत प्रतिशत दिया, यह मेरे लिए ज्यादा अहम है।