1. साल की शुरुआत पहलवानों के विरोध प्रदर्शन से हुई। दिल्ली में जमकर विरोध हुआ। पहलवान पर लाठीचार्ज ने खेलों में राजनीति पर सवाल उठाए।
2. निखत जरीन लगातार दूसरे साल घरेलू जमीन पर विश्व चैंपियन बनीं।
3. नीरज चोपड़ा ने आखिरकार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
4. अंडर 20 विश्व चैम्पियन अंतिम पंघाल सीनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने में सफल रही।
5. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए फाइनल में अभय सिंह ने स्क्वैश खेल में भारत को ऐतिहासिक स्वर्ण दिलाया।
6. सात्विक-चिराग ने रिकॉर्ड बनाया। डबल में विश्व नंबर 1 बने। एशियाई खेलों में भारत के लिए पहला युगल स्वर्ण जीता।
7. नीरज चोपड़ा एशियाई खेलों में हिस्सा नहीं ले पाए लेकिन युवा किशोर जेना ने सबको प्रभावित किया।
8. आर. प्रगनानंद ने फिडे विश्व कप में धूम मचाई। मां आर. नागलक्ष्मी की उन्हें देखते की फोटो खूब चर्चा में रही।
9. एशियाई पैरा खेलों में दो स्वर्ण और एक रजत जीतकर शीतल देवी एक सच्ची प्रेरणा बनकर उभरीं।
10. साल का अंत साक्षी मलिक के संन्यास लेने के साथ हुआ, जबकि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने अपने पुरस्कार लौटाए।