अस्ताना, कज़ाकिस्तान ( निकलेश जैन ) खेल की दुनिया में इस समय शतरंज के खेल में इस समय एक अलग हलचल है क्यूंकी पिछले एक दशक से शतरंज का निर्विवाद नंबर एक और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ,पाँच बार का विश्व विजेता मैगनस कार्लसन अब अपने सबसे बड़े ताज को त्यागने जा रहा है , विश्व खिताब को हासिल करना हर किसी का सपना होता है और कार्लसन नें भारत के विश्वनाथन आनंद को 2013 में पराजित कर यह खिताब हासिल किया था और उसके बाद फिर से आनंद (2014) , रूस के सेरगी कार्याकिन (2016) ,यूएसए के फबियानों कारूआना (2018) और रूस के यान

नेपोमनिशी (2020) को मात देकर विश्व खिताब बरकरार रखा पर अब कार्लसन नें अगली विश्व चैंपियनशिप खेलने से इंकार कर दिया है और कारण है उनका अंदर से खुद को प्रेरित ना कर पाना , कार्लसन बॉबी फिशर के बाद ऐसा करने वाले शतरंज इतिहास के दूसरे खिलाड़ी होंगे ,उन्होने अभी भी शीर्ष स्तर पर शतरंज खेलते रहने की मंशा जताई है और देखना होगा की कार्लसन के होते हुए नया विश्व चैम्पियन खेल को कितना रोचक बनाता है ।

चीन के डिंग लीरेन और रूस के नेपोमनिशी में से होगा नया विश्व विजेता
अब चूकी कार्लसन नहीं खेल रहे तो ऐसे में कैंडिडैट जीतकर विश्व चैंपियनशिप फाइनल पहुँचने वाले रूस के यान नेपोमनिशी और दूसरे स्थान पर रहे चीन के डिंग लीरेंन के बीच 9 अप्रैल से विश्व शतरंज चैंपियनशिप खेली जाएगी । 14 राउंड का यह क्लासिकल मुक़ाबला 29 अप्रैल तक खेला जाएगा और परिणाम नहीं निकलने पर 30 अप्रैल को टाईब्रेक खेला जाएगा । प्रतियोगिता की कुल पुरुस्कार राशि 18 करोड़ रुपेय होगी जिसमें विजेता को करीब 11 करोड़ तो हारने वाले को 6 करोड़ की राशि मिलेगी ।