सिट्जस , स्पेन ( निकलेश जैन ) भारतीय महिला शतरंज टीम नें इतिहास रचते हुए विश्व महिला टीम शतरंज चैंपियनशिप के सेमी फाइनल मे प्रवेश कर लिया है । भारतीय टीम नें क्वाटर फाइनल मुक़ाबले मे काफी मजबूत नजर आ रही कजाखिस्तान को एक रोमांचक मुक़ाबले मे पराजित करते हुए विश्व महिला शतरंज के इतिहास का पहला पदक पक्का कर लिया है और यह बड़ी उपलब्धि इसीलिए भी है की भारत की टीम नें यह उपलब्धि अपने शीर्ष खिलाड़ी कोनेरु हम्पी की गैरमौजूदगी मे हासिल की है ।
भारत और कजाखिस्तान के बीच बेस्ट ऑफ टू मैच के दो राउंड हुए , पहले राउंड मे भारत और कजाखिस्तान के बीच जोरदार मुक़ाबला हुआ । शुरुआत तीसरे बोर्ड पर भक्ति कुलकर्णी के कमालीदेनोवा मेरुएर्ट के हाथो हार से हुई फिर पहले बोर्ड पर हरिका द्रोणावल्ली से अब्दुमालिक ज़्हंसाया के बीच और दूसरे बोर्ड पर वैशाली आर और सादुकास्सोवा दिनारा के बीच बाजी ड्रॉ रहने से भारत पहले 2-1 से पीछे हो गया पर अंतिम लम्हो मे मेरी गोम्स नें शानदार खेल दिखाते हुए गुलमिरा डौलेटोवा को मात देते हुए फाइनल स्कोर 2-2 कर दिया ।
इसके बाद सबकी नजरे दूसरे राउंड पर थी और इस मुक़ाबले मे भी तीसरे बोर्ड पर भक्ति की जगह आई को तानिया को भी कमालीदेनोवा मेरुएर्ट के हाथो हार का सामना करना और भारत 1-0 से पीछे हो गया पर इसके बाद हरिका द्रोणावल्ली नें अब्दुमालिक ज़्हंसाया को तो मेरी गोम्स नें लगातार दूसरी बार गुलमिरा डौलेटोवा को मात दिलाते हुए भारत को शानदार जीत दिला दी । दूसरे बोर्ड पर वैशाली नें सादुकास्सोवा दिनारा से मैच बराबर खेला और भारत 2.5-1.5 से यह मुक़ाबला जीतने मे कामयाब रहा ।
Board Pairings
Round 1 on 2021/09/30 at 15.00 |
Bo. |
4 |
India |
Rtg |
- |
8 |
Kazakhstan |
Rtg |
2 : 2 |
4.1 |
GM |
|
2450 |
- |
GM |
|
2444 |
½ - ½ |
4.2 |
WGM |
|
2149 |
- |
IM |
|
2429 |
½ - ½ |
4.3 |
IM |
|
2325 |
- |
WIM |
|
1984 |
0 - 1 |
4.4 |
WGM |
|
2305 |
- |
WGM |
|
2184 |
1 - 0 |
Round 2 on 2021/09/30 at 18.15 |
Bo. |
8 |
Kazakhstan |
Rtg |
- |
4 |
India |
Rtg |
1½:2½ |
4.1 |
GM |
|
2444 |
- |
GM |
|
2450 |
0 - 1 |
4.2 |
IM |
|
2429 |
- |
WGM |
|
2149 |
½ - ½ |
4.3 |
WIM |
|
1984 |
- |
IM |
|
2339 |
1 - 0 |
4.4 |
WGM |
|
2184 |
- |
WGM |
|
2305 |
0 - 1 |
अब सेमी फाइनल मे भारत के सामने स्वर्ण पदक की बड़ी दावेदार जॉर्जिया से होगा जबकि रूस की टीम उक्रेन से मुक़ाबला खेलेगी । विश्व महिला टीम शतरंज के इतिहास मे पहली बार भारत को एक पदक मिलना तय हो गया है । पुरुष टीम ने एक बार 2009 मे कांस्य पदक जीता था ।