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नई दिल्ली : महिला क्रिकेटरों को पहली बार किसी बहु खेल प्रतियोगिता में खेलने का मौका मिलेगा और जब क्रिकेट 24 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में वापसी करेगा तो यह खेल वैश्विक स्तर पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करेगा। राष्ट्रमंडल में क्रिकेट खेलने वाले शीर्ष देश शामिल हैं और इस खेल की बर्मिंघम खेलों में वापसी होगी। 

राष्ट्रमंडल खेलों में अभी तक केवल एक बार 1998 में कुआलालंपुर में क्रिकेट को शामिल किया गया था। तब पुरुष क्रिकेटरों ने इन खेलों में हिस्सा लिया था। ओलंपिक 2028 में क्रिकेट को शामिल करने की कवायद में लगे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को उम्मीद रहेगी कि बर्मिंघम में महिला क्रिकेट को अपार सफलता मिलेगी जिससे कि लॉस एंजलिस ओलंपिक में इस खेल को शामिल करने का उसका दावा मजबूत होगा। 

बर्मिंघम में भारत और पाकिस्तान के मूल के लोगों की संख्या काफी अधिक है और ऐसे में 31 जुलाई को इन दोनों देशों के बीच होने वाले मुकाबले में बड़ी संख्या में दर्शकों के उपस्थित रहने की संभावना है। बर्मिंघम खेलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इयान रीड ने कहा ‘‘भारत और पाकिस्तान का मैच राष्ट्रमंडल खेलों का एक आकर्षण होगा।' इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया भले एक ग्रुप में नहीं है लेकिन दर्शकों को उम्मीद रहेगी कि नॉकआउट चरण में यह दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। सेमीफाइनल और फाइनल की टिकटें पहले ही बिक चुकी हैं। 

द्विपक्षीय मुकाबलों के दौरान अमूमन अपने होटल के कमरों तक सीमित रहने वाले क्रिकेटरों को राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान अन्य खेलों के खिलाड़ियों से मिलने का भी मौका मिलेगा। क्रिकेटरों को हालांकि अन्य अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेल गांव में नहीं रहना होगा लेकिन वह उद्घाटन समारोह का हिस्सा रहेंगे और उन्हें अपनी पसंद का खेल देखने का भी मौका मिलेगा। भारत की शीर्ष ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने हाल में कहा था, ‘मैं वास्तव में राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर काफी उत्साहित हूं। मेरे लिए यह विश्वकप में खेलने जैसा है। मैं लंबे समय से इसकी तैयारी कर रही हूं।' 

आठ भागीदार टीम को चार-चार टीम के दो ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप ए में भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और बारबाडोस जबकि ग्रुप बी में इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका शामिल हैं। इस प्रतियोगिता से सभी टीम को अगले साल होने वाले टी20 विश्वकप से पहले अपनी स्थिति का आकलन करने का भी मौका मिलेगा। टी20 और वनडे क्रिकेट में मौजूदा विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया खिताब का प्रबल दावेदार है। इंग्लैंड अपने चिर प्रतिद्वंदी से थोड़ा ही पीछे है जबकि भारत, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों ने हाल के वर्षों में अच्छी प्रगति की है। भारत ने पिछले दो वर्षों में चार श्रृंखलाएं गंवाई हैं लेकिन उसने पिछले महीने श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला जीती थी। 

सभी प्रारूपों में नई कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारत अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर देने की कोशिश करेगा। पुरुष क्रिकेट की तरह महिला क्रिकेट भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और भारत को इसमें तेजी से प्रगति करने की जरूरत है। पूर्व भारतीय कप्तान अंजुम चोपड़ा ने पीटीआई से कहा, ‘भारत को राष्ट्रमंडल खेलों को एक अन्य टूर्नामेंट की तरह ही देखने की जरूरत है। इसमें परिस्थितियां थोड़ा सा भिन्न होंगी क्योंकि यह आईसीसी का टूर्नामेंट नहीं है। खिलाड़ी पूरे भारतीय दल का हिस्सा होंगे। वह निश्चित तौर पर देश के लिए पदक जीतना चाहेंगे लेकिन आपको वास्तविकता भी समझनी होगी।'

उन्होंने कहा, ‘प्रतियोगिता में बेहतर टीमें भी भाग ले रही हैं। इसके अलावा भारत का हाल में टी20 क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है। भारतीय टीम प्रगति कर रही है लेकिन उसे सर्वश्रेष्ठ संयोजन अभी ढूंढना होगा।' प्रतियोगिता का पहला मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 29 जुलाई को खेला जाएगा जबकि इसी दिन पाकिस्तान का सामना बारबाडोस से होगा। फाइनल सात अगस्त को एजबेस्टन में खेला जाएगा।