Sports

मुंबईः भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने साफ किया है कि भारतीय टीम इस वर्ष होने वाले आस्ट्रेलिया दौरे में दिन-रात्रि टेस्ट नहीं खेलेगी और इसके लिए उसे बाध्य भी न किया जाए। बीसीसीआई ने इससे पहले भी कहा था कि वह गुलाबी गेंद की गुणवत्ता को लेकर आश्वस्त नहीं है और इसलिये फिलहाल आस्ट्रेलिया में दिन-रात्रि टेस्ट खेलने के लिये तैयार नहीं है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया(सीए) एडिलेड में सीरीका का पहला टेस्ट गुलाबी गेंद से फ्लड लाइट में खेलना चाहता था।

सिर पर कोई बंदूक रखकर नहीं खेला जा सकता 
सीओए प्रमुख राय ने स्पष्ट किया है कि भारत आगामी आस्ट्रेलिया दौरे में गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने को तैयार नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि भारतीय बोर्ड फिलहाल दलीप ट्रॉफी में दिन-रात्रि टेस्ट को लेकर प्रयोग कर रहा है। राय ने कहा, ''हम आस्ट्रेलिया के साथ दिन-रात्रि टेस्ट नहीं खेलना चाहते हैं। हम लगातार यह बात कह रहे हैं कि हम अभी गुलाबी गेंद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई प्रयोग नहीं कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि भारत को दिन-रात्रि मैच के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ''हमारे सिर पर कोई बंदूक रखकर दिन-रात्रि क्रिकेट नहीं खेला सकता है। हमें कूकाबूरा और गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर अपने संदेह हैं।'

बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमेशा ही गुलाबी गेंद से खेलने पर आपत्ति जताई है। भारतीय टीम 21 नवंबर से 19 जनवरी तक आस्ट्रेलिया के दौरे पर चार टेस्ट, तीन टी 20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगा। हालांकि क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने भारत के साथ एडिलेड मैच को गुलाबी गेंद से खेलने के लिए काफी अपील की थी। सीए प्रमुख जेम्स सदरलैंड ने कहा, ''सभी को पता है कि आस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद से सभी टेस्ट मैच जीते हैं जो उसने आस्ट्रेलियाई जमीन पर खेले हैं और हो सकता है कि विपक्षी टीमों को इस बात का डर हो।''