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नूर सुल्तान (कजाखस्तान) : विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पहलवान विनेश फोगाट का गजब का संतुलन और थोड़ा गैर परंपरागत तरीका विश्व की चोटी की पहलवानों के लिए भी अबूझ पहेली की तरह है। राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 25 वर्षीय विनेश ने बुधवार को दो बार की पदक विजेता मारिया प्रीवोलाराकी को हराकर 53 किग्रा में कांस्य पदक जीता।

विनेश ने पदक की अपनी राह में रियो ओलंपिक की पदक विजेता सोफिया मैटसन और विश्व की नंबर एक सराह एन हिल्डरब्रांट को भी हराया। इस सत्र में उन्होंने दूसरी बार इन दोनों को हराया। इससे पहले डैन कोलोव और यासर डोगु में उन्होंने ऐसा किया था। अगर जापान की मायु मुकेदा के खिलाफ 0-7 से उनकी हार को एकतरफ रख दिया जाए तो विनेश ने इसके बाद अपने अन्य चार मुकाबलों में केवल तीन अंक गंवाए।

हिल्डरब्रांट ने विनेश के बारे में कहा, ‘वह दमदार प्रतिद्वंद्वी है जिसका मैं बहुत सम्मान करती हूं। वह थोड़ी अपारंपरिक है। तकनीक की दृष्टि से यह मुकाबला हटकर नहीं था।' बुडापेस्ट में पिछली चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता हिल्डरब्रांट ने कहा कि विनेश की शैली इस तरह से है कि वह उसका रक्षण नहीं तोड़ पायी। उन्होंने कहा, ‘मैं उस तरह से अंत नहीं कर पाई जैसा मैं चाहती थी। मैंने अच्छी तरह से आक्रमण किया लेकिन उसे मुकाम पर पहुंचाने के लिए मुझे अलग तरह का रवैया अपनाना चाहिए था। मुझे उसे वहीं पर समाप्त करना चाहिए था।' 

भारत के विदेशी कोच एंड्रयू कुक ने कहा, ‘विनेश का संतुलन लाजवाब है। यह बिल्ली की तरह है। आप बिल्ली को ऊंची इमारत से नीचे फेंक दो तब भी वह नीचे सुरक्षित अपने पांवों पर ही खड़ी होगी। विनेश का संतुलन भी कुछ इसी तरह से है।' उन्होंने कहा, ‘यह विलक्षण है। यह जाइरोस्कोप की तरह है। यह ऐसा है जो खिलाड़ियों में नैसर्गिक तौर पर आता है। आप इसे अभ्यास से हासिल नहीं कर सकते।' चीन की सुन यनान ने कहा, ‘मैं चार बाद उसके खिलाफ लड़ी हूं और हर बार वह मुझे अलग तरह की प्रतिद्वंद्वी लगी। वह जापानी पहलवानों की तरह ही एक अच्छी पहलवान है।'