एंटवर्प : एफआईएच प्रो लीग में भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे अनुभवी फॉरवर्ड ललित कुमार उपाध्याय ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लिया। बेल्जियम के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग 2024-25 सीजन के यूरोपीय चरण के भारत के अंतिम मैच के तुरंत बाद ललित ने सोशल मीडिया मंच के जरिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी से अपने संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरे पर चार मैचों में हिस्सा लिया और उन्होंने 15 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था।
ललित ने 2014 हॉकी विश्व कप में भारतीय टीम में पदार्पण किया। वह एक बेहतरीन प्लेमेकर रहे, जो नियमित आधार पर गोल भी करते थे, उन्होंने कुल मिलाकर सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए खेले 183 मैचों 67 गोल किए। पिछले कुछ वर्षों में, वह भारत की फॉरवडर् लाइन में एक विश्वसनीय नाम बन गए थे। वह अपनी बहुमुखी प्रतिभा, मैदान पर बुद्धिमत्ता और उच्च दबाव की स्थितियों में शांत व्यवहार के लिए जाने जाते हैं।
वह टोक्यो 2020 ओलंपिक में इतिहास रचने वाली टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे, जिसने भारत को लंबे समय से प्रतीक्षित कांस्य पदक जीतने में मदद की और पेरिस 2024 ओलंपिक में यह उपलब्धि दोहराई। ओलंपिक गौरव के अलावा ललित ने 2016 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी, 2017 एशिया कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जहां उन्होंने चार गोल किए थे उनके पदकों से भरे करियर में ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व लीग फाइनल 2017 में कांस्य, एफआईएच पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी 2018 में रजत, 2018 एशियाई खेलों में कांस्य और 2018 पुरुष एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक शामिल हैं।
ललित एफआईएच प्रो लीग 2021-22 में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम का भी हिस्सा थे और हांग्जो में एशियाई खेलों 2022 में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय हॉकी में उनके योगदान के लिए ललित को 2021 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।