ब्लोमफोंटन : क्रिकेट को भविष्य के सितारे देने वाला अंडर 19 विश्व कप शुक्रवार से जब यहां शुरू होगा तो कइयों के मुस्तकबिल बनेंगे और कई ख्वाब हकीकत का रूप लेंगे जबकि विरोधी टीमों का जोर 5 बार के चैम्पियन भारत का दबदबा तोड़ने पर होगा। सभी की नजरें भारतीय टीम पर लगी होंगी जिसके कप्तान पंजाब के उदय सहारन हैं। भारत को शनिवार को पहले मैच में बांग्लादेश से खेलना है। ग्रुप ए में भारत और बांग्लादेश के अलावा अमेरिका और आयरलैंड भी है। यह टूर्नामेंट 11 फरवरी तक चलेगा जब बेनोनी में फाइनल खेला जाएगा।
भारतीय टीम राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कई शिविरों के बाद यहां आई है और इसने दो ही टूर्नामेंट (एशिया कप और दक्षिण अफ्रीका में त्रिकोणीय श्रृंखला) खेले हैं। एशिया कप में भारत सेमीफाइनल में हार गया जिसमें बांग्लादेश ने उसे 4 विकेट से मात दी। उसके बाद हालांकि दक्षिण अफ्रीका में त्रिकोणीय श्रृंखला भारत ने अपराजेय रहकर जीती जिसमें अफगानिस्तान तीसरी टीम थी। फाइनल बारिश की भेंट होने से भारत और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त विजेता रहे। भारत के बाद आस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा 3 और पाकिस्तान ने 2 बार अंडर 19 विश्व कप जीता है। बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड एक एक बार विजयी रहे।
इन भारतीय प्लेयरों पर रहेंगी नजरें
अर्शिन कुलकर्णी : आईपीएल में अनुबंध पाने वाले इस टीम के 2 खिलाड़ियों में से हैं। महाराष्ट्र प्रीमियर लीग की खोज अर्शिन ने टूर्नामेंट में 9 छक्के लगाए थे।
अरावेली अश्विन : आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स इनसे करार कर चुकी है। अश्विन ने नवंबर में 4 देशों की श्रृंखला में 93 गेंद में 163 रन बनाए थे।
मुशीर खान : पिछले साल कूच बेहार ट्रॉफी में प्लेयर आफ द टूर्नामेंट रहे थे। बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं।
उदय सहारन : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में शतक लगाया। विश्व कप में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे।
राज लिम्बानी : हाल ही में नेपाल के खिलाफ 7 विकेट लिए थे।
स्वामी पांडे : टीम इंडिया के उपकप्तान हैं, इन्होंने बीते दिनों अफगानिस्तान के खिलाफ 6 विकेट चटकाए थे।
अंडर 19 विश्व कप से निकले बड़े सितारे
यह सर्वविदित है कि अंडर 19 विश्व कप ने ही क्रिकेट जगत को कई भावी सितारे दिए हैं। युवराज सिंह 2000 में, रोहित शर्मा 2006 में, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा 2008 में, ऋषभ पंत और ईशान किशन 2016 में और शुभमन गिल 2018 में इसी टूर्नामेंट से चमके। लेकिन कई ऐसे भी हैं जो जूनियर स्तर की सफलता को सीनियर स्तर पर दोहरा नहीं सके जिनमें उन्मुक्त चंद, रविकांत शुक्ला, मनीष पांडे, यश धुल और कमलेश नागरकोटी शामिल हैं।
इन 4 ग्रुपों में हैं टीमें
ग्रुप ए : बांग्लादेश, भारत, आयरलैंड, अमेरिका
ग्रुप बी : इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज
ग्रुप सी : आस्ट्रेलिया, नामीबिया, श्रीलंका, जिम्बाब्वे
ग्रुप डी : अफगानिस्तान, नेपाल, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान
16 टीमों को 4 ग्रुप में बांटा गया है और हर ग्रुप से शीर्ष 3 टीमें सुपर सिक्स में पहुंचेंगी जिसमें 12 टीमों को 2 पूल में बांटा जाएगा। इनसे शीर्ष 2-2 टीमें सेमीफाइनल खेलेंगी जो बेनोनी में ही 6 और 8 फरवरी को होगा ।