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मुंबई : पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना (Suresh Raina) का मानना है कि विश्व कप से पहले भारत के खिलाफ 3 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा रहेगा क्योंकि उनकी बल्लेबाजी में लचीलापन है और इस टीम के खिलाड़ियों को भारतीय परिस्थितियों की अच्छी समझ है। भारत रविवार को एशिया कप फाइनल (Asia Cup Final) में मेजबान श्रीलंका से भिड़ेगा। टीम इसके बाद विश्वकप में अपने अभियान को शुरू करने से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों की घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला में भाग लेगी। इस श्रृंखला का आगाज मोहाली में 22 सितंबर को होगा। इसके बाद इंदौर (24 सितंबर) और राजकोट (27 सितंबर) में मैच खेले जाएंगे। दोनों टीमें 8 अक्टूबर को चेन्नई में विश्व कप में एक-दूसरे का आमना सामना करेंगी।

 


रैना ने कहा कि उनके (ऑस्ट्रेलिया) पास बल्लेबाजी क्रम में दाएं और बाएं हाथ का अच्छा संयोजन है। इंदौर का मैदान बहुत छोटा है, और राजकोट की पिच सपाट है। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया ने मोहाली में काफी खेले हैं और इसलिए मेरा मानना है कि उनके पास जीत दर्ज करने का ज्यादा मौका होगा। रैना ने कहा कि इन छोटे मैदानों में 340-350 रन के लक्ष्य को भी पीछा करने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। किसी भी लक्ष्य के बचाव के लिए भारतीय टीम को काफी मजबूत गेंदबाजी इकाई को मैदान में उतारना होगा।

 

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साल 2011 के विश्व कप विजेता खिलाड़ी ने कहा कि इस श्रृंखला को 3-0 से जीतने या इसी अंतर से हारने का कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन इस टूर्नामेंट से टीमों को आगामी विश्व कप के लिए अपने संयोजन को तैयार करने का मौका मिलेगा। रैना ने उम्मीद जताई की रोहित शर्मा इस श्रृंखला में सबसे ज्यादा रन बनाएंगे जबकि जोश हेजलवुड सबसे सफल गेंदबाज होंगे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस श्रृंखला में रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाएंगे। विकेटों के मामले में जोश हेजलवुड ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज होंगे। भारत के लिए मोहम्मद शमी या कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज हो सकते है।

 


रैना ने कहा कि भारतीय टीम के लिए तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ‘एक्स फैक्टर' (तुरुप का इक्का) साबित हो सकते है। शार्दुल के पास जहीर खान की तरह ‘नकल' गेंद फेंकने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि शार्दुल को वैसी ही गेंदबाजी करने की जरूरत है जैसी जहीर खान ने 2011 विश्व कप में अपनी नकल बॉल से की थी। उस विश्व कप में युवराज सिंह ने टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए थे जबकि धोनी ने फाइनल में अपनी बल्लेबाजी क्रम को ऊपर कर के मैच का पासा पलट दिया था। मैं मानता हूं कि इस विश्व कप में शारदुल ठाकुर एक्स-फैक्टर होंगे।