Sports

मेलबर्न : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में होने वाला तीसरा एशेज टेस्ट मेहमान टीम की मानसिक मजबूती की परीक्षा लेगा। उन्होंने कहा कि यह अच्छा नहीं होगा अगर इंग्लैंड का खेमा बल्लेबाजों और गेंदबाजों या खिलाड़ियों और कोचों के बीच में बंट जाए।

नासिर हुसैन ने अपने कॉलम में लिखा कि यह अब इंग्लैंड की मानसिक दृढ़ता के बारे में है। वे 2-0 से पीछे हैं और वे एमसीजी में महान क्रिकेट कोलिज़ीयम में जा रहे हैं। अब उन्हें पता चलेगा कि जो रूट पर दबाव मैदान में और मैदान के बाहर से डाला जा रहा है। पूरा ऑस्ट्रेलिया उनके बहुत खिलाफ है।

हुसैन ने आगे कहा कि मैं यह नहीं देखना चाहता कि इंग्लैंड टीम में गेंदबाज बनाम बल्लेबाज हो या फिर खिलाड़ी बनाम कोच हो। बल्लेबाजों को यह नहीं सोचना चाहिए कि हम ड्रेसिंग रूम में क्यों बैठे हैं, हमें हमारे आउट होने की फुटेज दिखाई जा रही है? ऐसा मत करो इसके बजाय वह सोचें कि हम एक टीम हैं और हम इंग्लैंड हैं, हम एक साथ जुड़े हुए हैं। हम वहां एमसीजी में जाकर उन्हें अपना शानदार खेल दिखाएंगे। 

नासिर ने आगे कहा कि इंग्लैंड टीम को अपने गुस्से, आक्रामकता मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड को भीतर गुटों को देखना पसंद करेगा। खिलाड़ियों को यह भी पता होगा कि वे इसे अनदेखा करने की कितनी कोशिश कर कर हैं। इंग्लैंड में जो लोग हैं वह कह रहे हैं कि इंग्लैंज 4-0 या 5-0 से हारने वाला है। 

नासिर ने आगे कहा कि मैं यह कहता रहता हूं ऑस्ट्रेलिया वास्तव में बल्लेबाजी करने के लिए एक अच्छी जगह है। ये अब तक काफी अच्छी सतहें हैं जैसे मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर ने बल्लेबाजी करके दिखाई है। इंग्लैंड के लिए कुछ गौरव बहाल करने के लिए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से बेहतर मंच नहीं हो सकता है।