खेल डैस्क : सैफ चैम्पियनशिप 2023 (SAFF Championship) के दौरान भारतीय दर्शकों को फुटबॉल टीम के बदले हुए तेवर देखने को मिले। चैम्पियनशिप का पहला ही मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ था जिसमें एक फैसले को लेकर भारतीय कोच अधिकारियों से उलझ गए। फिर कुवैत के खिलाफ लीग मुकाबला आया जिसमें दोनों टीमों के 3 खिलाड़ियों को मैच में हाथापाई करने पर रैड कार्ड जारी हो गए।
यकीनन यह फुटबॉल देखने आए हजारों दर्शकों के कारण था जिसके कारण भारतीय प्लेयर पूरे जोश में नजर आए। चैंपियनिशप के फाइनल को देखने के लिए 20 हजार से ज्यादा दर्शक मैदान पर पहुंचे थे। भारतीय क्रिकेट टीम की आईसीसी टूर्नामैंट्स में लगातार असफलताओं को देखते हुए फैंस भी अब अन्य खेलों का रुख कर रहे हैं। इसमें भारतीय फुटबॉल लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान खींच रहा है।
भारतीय कोच रहे सबसे आगे
भारतीय कोच इगोर स्टिमैक ने पूरी चैम्पियनशिप में खासे एग्रैशन दिखाए। पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में बाधा डालने के लिए पहले उन्हें पीला कार्ड मिला था लेकिन अधिकारियों के पास जाने के कारण यह रैड कार्ड में बदल गया। नतीजा यह हुआ कि वह नेपाल के खिलाफ मैच में डगआऊट में नजर नहीं आए। टीम इंडिया जब कुवैत के खिलाफ फाइनल खेल रही थी तब भी स्टिमक टीम के साथ नहीं थे। कप्तान छेत्री ने बिना कोच के ही टीम को लीड किया और चैम्पियनशिप जीतकर विरोधियों को करारा जवाब दिया।
3 प्लेयरों को मिला रैड कार्ड
इससे पहले- भारत-कुवैत के खिलाड़ी लीग मुकाबले में भी आमने-सामने हो गए थे। पहले हाफ में आकाश मिश्रा की भिड़ंत कुवैत के खिलाड़ी से हो गई। रैफरी ने मामला शांत करवा दिया। लेकिन दूसरे हाफ में भी दोनों खिलाड़ी भिड़ते हुए नजर आए। कुवैत के हमाद अलकल्लाफ ने भारत के सहल समद को धक्का देकर गिराया तो मामला और बढ़ गया। इसके बाद भारत के रहीम अली ने अलकल्लाफ को धक्का दे दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। रहीम और अलकल्लाफ को रैड कार्ड दिखाया गया।
जैकसन ने खड़ा किया नया विवाद
फाइनल मुकाबले के बाद भारतीय फुटबॉलर जैक्सन सिंह मेइती ध्वज ओढ़कर नया विवाद खड़ा कर गए। दरअसल, मणिपुर में मेईती और कुकी समुदाय में जातीय झड़पें चल रही हैं जिसमें सैकड़ों लोग मर चुके हैं। ऐसे में जैक्सन द्वारा मेइती ध्वज को ओढ़कर आगे आना विवाद को और भड़का गया। हालांकि जैक्सन का बाद में बयान आया कि उन्होंने यह ध्वज सिर्फ इसलिए पहना क्योंकि वह सरकार और अन्य लोगों का मणिपुर के प्रति ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। झड़पों को 2 महीने हो गए हैं। मुझे नहीं पाता कि मणिपुर में आगे क्या होगा।
टीम इंडिया को किया ट्रोल
क्रिकेट के अलावा भारत के अन्य खेल तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। बीते दिनों ही भारत ने एशियन कबड्डी चैम्पियनशिप जीती थी और अब फुटबॉल टीम ने सैफ चैम्पियनशिप जीतकर अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया। क्षेत्रीय खेलों की सफलता देखकर फैंस ने भारतीय क्रिकेट टीम को जमकर ट्रोल किया। भारत ने बीते महीने ही ऑस्ट्रेलिया से डब्ल्यू.टी.सी. फाइनल गंवा दिया था। क्रिकेट टीम करीब एक दशक से आई.सी.सी. टूर्नामैंट में संघर्ष कर ही है ऐसे में फैंस ने खिलाड़ियों के साथ बी.सी.सी.आई. को भी जमकर ट्रोल किया। क
सुनील छेत्री की उपलब्धि
38 साल के सुनील छेत्री को सैफ चैम्पियनशिप में गोल्डन बूट और बॉल का अवॉर्ड मिला। उम्मीद थी कि वह फुटबॉल से रिटायर हो सकते हैं लेकिन आई.सी.एल. में बेंगलुरु टीम ने उनके साथ करार बढ़ाकर सीधा संदेश दिया कि फुटबॉल अभी भी फैंस का ध्यान खींचने में सफल हो रहा है और यह अभी भी चैम्पियन प्लेयरों पर भरोसा कर रहा है।