खेल डैस्क : दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की जीत में विराट कोहली की पारी का महत्वपूर्ण रोल रहा। ऑस्ट्रेलिया से मिले 265 रन के लक्ष्य के बाद विराट ने 98 गेंदों पर 5 चौकों की मदद से 84 रन बनाए। मुकाबले के दौरान विराट ने ज्यादातर सिंगल-डबल पर ही फोक्स किया। मैच खत्म होने के बाद उन्होंने इस पर बात भी की। प्लेयर ऑफ द मैच बने विराट ने कहा कि यह मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे दिन के समान ही था। यह परिस्थितियों को समझने और स्ट्राइक रोटेट करने के बारे में है क्योंकि इसकी पिच पर साझेदारियां महत्वपूर्ण होती हैं। यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है। आज भी ऐसा किया। इसे समझकर अपनी पारी खेली। मेरी टाइमिंग, क्रीज पर मेरा संयम ठीक रहा। मैं जल्दबाजी में नहीं था।
कोहली ने कहा कि मैच के दौरान जब मैं सिंगल ले रहा था तो यह मेरे लिए सबसे सुखद हिस्सा था। यह खेल पूरी तरह दबाव का था। यदि आप खेल में गहराई तक जाते हैं, तो प्रतिद्वंद्वी आमतौर पर हार मान लेते हैं। आपको अपनी भावनाओं पर काबू रखना होगा। भले ही रन रेट 6 प्रति ओवर हो, मुझे कोई परेशानी नहीं है। क्या यह अब तक आपकी बेस्ट पारी थी, सवाल पर विराट ने कहा कि मुझे नहीं पता। इसे तोड़ना आप लोगों पर निर्भर है। मैंने कभी भी उन चीजों पर ध्यान केंद्रित नहीं किया है। जब आप उन मील के पत्थर के बारे में नहीं सोचते, तो वे घटित होते हैं। अगर मैं 3 अंकों के आंकड़े तक पहुंच जाता तो बहुत अच्छा होता लेकिन जीत महत्वपूर्ण है। मेरे लिए अब वो चीजें मायने नहीं रखतीं।
बता दें कि टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल की उपविजेता, 2024 टी20 विश्व कप की विजेता टीम इंडिया अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के खिताब की भी दावेदार हो गई है। टीम इंडिया ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबल में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हरा दिया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी के अर्धशतकों की बदौलत 264 रन बनाए थे।

जवाब में भारतीय टीम ने 43 रन पर दोनों ओपनर्स गंवा दिए। लेकिन इसके बाद श्रेयस अय्यर ने 45 तो विराट कोहली ने 84 रन बनाकर टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाया। अंत में हार्दिक पांड्या (28) के साथ केएल राहुल (42 नाबाद) ने बड़ी हिट लगाकर भारत की झोली में मैच डाल दिया। अब रोहित शर्मा के पास बतौर कप्तान दूसरा आईसीसी टूर्नामेंट्स जीतने का मौका बन गया है।