खेल डैस्क : जिमबाब्वे के सिकंदर रजा लगातार अपने खेल के साथ अपने प्रशंसकों की संख्या बढ़ाते जा रहे हैं। ट्वंटी20 फॉर्मेट में सबसे सक्रिय क्रिकेटरों में से एक सिकंदर ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में वह मुकाम हासिल कर लिया जहां पहुंचने के लिए अच्छे अच्छे ऑलराऊंडरों के पसीने छूट जाएंगे। सिकंदर ने श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो के मैदान पर गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट तो लिए ही साथ ही साथ बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक भी लगाया। वह पिछले पांच टी20 मुकाबले में लगातार पांच अर्धशतक लगाने और दो या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले प्लेयर बन गए हैं। देखें आंकड़े-
अंतिम 5 टी20I में सिकंदर रजा
58 रन और 3/3 बनाम रवांडा
65 रन और 2/13 बनाम नाइजीरिया
82 रन और 2/21 बनाम केन्या
65 रन और 3/28 बनाम आयरलैंड
62 रन और 3/13 बनाम श्रीलंका
मैच की बात करें तो कोलंबो में पहले खेलते हुए जिमबाब्वे ने कमुनहुकाम्वे और क्रेग इरविन की बदौलत सधी हुई शुरूआत की। कमुनहुकाम्वे 18 गेंदों पर 26, इरविन 10 तो सीन विलियमस 20 गेंदों पर 14 रन बनाकर आऊट हो गए। लेकिन मध्यक्रम में खड़े कप्तान सिकंदर रजा ने अपनी टीम को संभाला और 42 गेंदों पर 62 रन बनाकर स्कोर 143 रन तक पहुंचाया।
मुश्किल पिच पर खेलने उतरी श्रीलंका पाथुम निसांका (2) और कुसाल मेंडिस (17) टीम को अच्छी शुरूआत नहीं दे पाए। मध्यक्रम में एंजेलो मैथ्यूज ने 38 गेंदों पर 5 चौके और एक छक्के की मदद से 46 रन बनाए। चरिथ असलांका ने 16 तो समरविक्रमा ने 9 रन बनाए। अंत में दासुन शनाका और चमीरा ने स्कोर आगे बढ़ाया। आखिरी ओवर में श्रीलंका को जीत के लिए 14 रन चाहिए था तब मैथ्यूज ने 2 चौके तो चमीरा ने पहले चौका मारा तो उसके बाद आखिरी गेंद पर 2 रन लेकर टीम को जीत दिला दी।
मैच गंवाने के बाद जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा ने कहा कि पिछले कुछ समय से जिम्बाब्वे क्रिकेट की यही कहानी है। दुर्भाग्य से हम आज दूसरे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर उभरे हैं, लेकिन मुझे अभी भी पूरा विश्वास है कि ये वही लड़के हैं जो जिम्बाब्वे क्रिकेट की किस्मत बदल देंगे। हमें लगा कि 145 एक अच्छा स्कोर था, हमें दबाव में लाने और आखिरी 3 ओवरों में 34 रन बनाने का श्रेय श्रीलंका को जाता है। मेरा व्यक्तिगत आनंद तभी आएगा जब हम जीतेंगे, जब तक हम जहाज को पलट नहीं देते तब तक कोई आनंद नहीं है।