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नई दिल्ली : भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि ऋषभ पंत को टी20 प्रारूप में आंद्रे रसेल की शैली में बल्लेबाजी करनी चाहिए और एक बार प्रवाह में आने के बाद उसे नहीं बदलना चाहिए ताकि वह अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के लिए अधिक मैच जीत सकें। 

बाएं हाथ के बल्लेबाज पंत ने इंडियन प्रीमियर लीग के वर्तमान सत्र में अब तक 11 मैचों में 152.71 के स्ट्राइक रेट से 281 रन बनाए हैं, लेकिन वह अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे हैं। इस 24 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपने आक्रामक तेवरों की झलक तो दिखाई है लेकिन वह अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका नहीं निभा पाएं हैं। 

शास्त्री ने कहा, ‘मुझे लगता है कि एक बार जब वह प्रवाह में आ जाता है तो उसे उसमें बदलाव नहीं करना चाहिए। उसे खेल के इस प्रारूप में रसेल की शैली में बल्लेबाजी करनी चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘आपकी निगाहें जम जाती हैं, आप अच्छी तरह से शॉट मार रहे हो तो ज्यादा मत सोचो। यह मायने नहीं रखता कि गेंदबाज कौन है, यदि आपको करारा शॉट लगाना है तो लगाओ। कौन जानता है कि ऐसा करने से आप लोगों की अपेक्षा से अधिक मैच जितवा सकते हो।' 

शास्त्री का मानना है टी20 क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक रसेल को उनका स्पष्ट रवैया अन्य बल्लेबाजों से अलग करता है। ऐसा रवैया पंत के लिए कारगर साबित होगा, जो आक्रामक पारी खेलने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, ‘रसेल का रवैया अपने खेल को लेकर स्पष्ट है। जब वह लय में होता है तो उसे रोकना मुश्किल होता है। कोई उसे नहीं रोक सकता। उसके दिमाग में तब कोई नकारात्मक विचार नहीं आता है।' 

शास्त्री ने कहा, ‘ऋषभ भी इस तरह से बल्लेबाजी करने में सक्षम है और मुझे लगता कि वह इस तरह से सोचता है क्योंकि आप टी20 क्रिकेट में उससे कुछ विशेष पारियां देखोगे।' उन्होंने कहा, ‘वह अच्छी शुरुआत करता है और फिर इस अंदाज में आउट होता है जो उसे पसंद नहीं है। मेरा मानना है कि जब वह प्रवाह में होता है तो उसे उसमें बदलाव नहीं करना चाहिए।' 

न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल विटोरी ने कहा कि पंत जब बेखौफ होकर विरोधी गेंदबाजों पर हावी होकर खेलता है तो तब अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है। विटोरी ने कहा, ‘ऋषभ पंत जब बेखौफ होकर खेलता है तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है। जब वह विरोधी टीम पर हावी होकर खेलता है तो हमने उसे कई सर्वश्रेष्ठ पारियां खेलते हुए देखा है।'