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मुंबई : दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच और पूर्व क्रिकेटर जेपी डुमिनी ने कहा कि उनकी टीम पिछले कुछ दिनों में हासिल की गई लय को चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ अगले विश्व कप मुकाबले में जारी रखने का प्रयास करेगी। धर्मशाला में नीदरलैंड के खिलाफ हार के साथ उलटफेर का शिकार होने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने लगातार दो मैच में 350 रन से अधिक का स्कोर खड़ा करते हुए गत चैंपियन इंग्लैंड और बांग्लादेश को हराया। 

डुमिनी ने मंगलवार को यहां बांग्लादेश पर 149 रन की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हम निश्चित रूप से इससे आत्मविश्वास हासिल करेंगे। हम बात करते हैं कि लय से आत्मविश्वास मिलता है। आप लगातार मुकाबलों में जीत के बारे में सोचते हैं और मुझे लगता है कि हम पिछले दो मैच में जिस तरह से खेले उससे हम निश्चित रूप से काफी आत्मविश्वास हासिल करेंगे।' 

दक्षिण अफ्रीका का नेट रन रेट भारत से बेहतर है और वह शुक्रवार को यहां पाकिस्तान को हराकर मेजबान टीम को पछाड़कर अंक तालिका में शीर्ष पर आने की कोशिश करेगा। डुमिनी ने कहा, ‘पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मैच में हम निश्चित रूप से जीत का आनंद लेना चाहते हैं। ऐसे क्षेत्र हैं जहां हम सुधार कर सकते हैं, हमेशा ऐसे क्षेत्र होते हैं जिन पर आप ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और देख सकते हैं कि हम कैसे बेहतर हो सकते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ अगला मैच जाहिर तौर पर हमारे लिए महत्वपूर्ण है।' 

हालांकि दक्षिण अफ्रीका की लक्ष्य का पीछा करते समय दबाव झेलने की क्षमता पर बड़ा सवाल बना हुआ है क्योंकि उन्होंने अपनी प्रत्येक जीत पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाकर दर्ज की है। डुमिनी का मानना है कि उनकी टीम तैयार होगी क्योंकि उनका मंत्र परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझना है। डुमिनी ने कागिसो रबादा की मौजूदगी का हवाला देते हुए इस धारणा को खारिज कर दिया कि दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी क्रम में अनुभव की कमी है। 

उन्होंने कहा, ‘हमें सीखने के जो मौके मिल रहे हैं उसे लेकर मैं उत्साहित हूं। जितना हम अनुभवहीनता के बारे में बात करते हैं, रबादा काफी समय से खेल रहा है और वह अनुभव लेकर आता है। और उन्होंने निश्चित रूप से इस विश्व कप में आक्रामकता और सटीकता दिखाई है, जो शानदार है।' 

डूमिनी ने कहा, ‘लोगों ने उसका समर्थन किया है, मार्को यानसेन युवा है, उसके पास जो नियंत्रण है वह रोमांचक है। वह नई गेंद को स्विंग करता है जिससे हम काफी उत्साहित हैं।' क्विंटन डिकॉक मौजूदा विश्व कप के पांच मैचों में तीन शतक लगा चुके हैं लेकिन कोच डुमिनी को गर्व है कि प्रतियोगिता के बाद विश्व कप से संन्यास लेने वाले इस विकेटकीपर बल्लेबाज में टीम के लिए बड़ी पारियां खेलने की भूख है।