लंदन : इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट का मानना है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल लिया है और हैदराबाद टेस्ट में टीम इंडिया को निश्चित तौर पर विराट कोहली की कमी खली है। भारतीय टीम पांच मैचों की श्रृंखला के शुरुआती मुकाबले की पहली पारी में मजबूत स्थिति में थी लेकिन इंग्लैंड ने बल्ले और गेंद से दूसरी पारी में पलटवार करते हुए 28 रन से जीत दर्ज की। कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय बल्लेबाजी को मजबूत करने की जिम्मेदारी रोहित शर्मा के कंधों पर थी। भारतीय कप्तान दोनों पारियों में महज 24 और 39 रन ही बना सके। भारतीय टीम जीत के लिए 231 रन का पीछा करते हुए मैच के चौथे दिन 202 रन पर आउट हो गई।
बहरहाल, बॉयकॉट का मानना है कि इंग्लैंड के पास भारतीय सरजमीं पर 12 साल बाद जीत दर्ज करने का सुनहरा मौका है। उन्होंने कहा कि भारत को विराट कोहली की कमी बहुत खल रही है और रविंद्र जडेजा को हैमस्ट्रिंग चोट है और वह दूसरा टेस्ट नहीं खेलेंगे। उनके कप्तान रोहित शर्मा लगभग 37 वर्ष के हैं और खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पार कर चुके हैं। वह कई बार असरदार छोटी पारियां खेलते हैं, लेकिन यह भी देखें कि पिछले 4 साल में वह घरेलू मैदान पर केवल दो टेस्ट शतक बना पाए हैं। टीम इंडिया की फील्डिंग भी खराब है। उन्होंने 110 रन के स्कोर पर ओली पोप का कैच छोड़ा। पोप ने 86 रन और बनाए जिससे भारत को मैच गंवाना पड़ा।
रविचंद्रन अश्विन, जडेजा और अक्षर पटेल की स्पिनरों की तिकड़ी दूसरी पारी में असरहीन दिखी। स्पिनरों के लिए मददगार परिस्थितियों में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप का शानदार इस्तेमाल किया। बॉयकॉट ने कहा कि इंग्लैंड ने अपने स्वीप और रिवर्स स्वीप से भारत को परेशान किया। भारतीय टीम के लिए 190 रन की बढ़त लेने के बाद हारना चौंकाने वाली बात होगी। घरेलू पिचों पर ऐसा उनके साथ पहले कभी नहीं हुआ था जहां उन्होंने सोचा था कि वे अजेय हैं। उन्होंने कहा कि 2 फरवरी से विशाखापत्तनम में शुरू होने वाले टेस्ट में भारतीय टीम को जडेजा की काफी कमी खलेगी।
इस पूर्व दिग्गज ने कहा कि जडेजा का बाहर होना बड़ा झटका है। वह कमाल का हरफनमौला है। शानदार गेंदबाज और बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के साथ वह पहले टेस्ट में भारत का शीर्ष स्कोरर भी था। कोहली उनके करिश्माई खिलाड़ी है। भारतीय पिचों पर उनका औसत 60 के आसपास है। उनकी मौजूदगी टीम के अन्य सदस्यों को भी ऊर्जा देती है। उनकी गैरमौजूदगी भारत के लिए बड़ा झटका है और तीसरे टेस्ट में उनकी वापसी से पहले इंग्लैंड को इसका पूरा फायदा उठाना चाहिए।