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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के विकेटकीपिंग बल्लेबाज ऋषभ पंत दिसंबर 2022 में भयानक कार दुर्घटना का शिकार होने के बाद तेजी से रिकवरी कर रहे हैं। पंत इस समय एनसीए में हैं और हाल ही में एक वीडियो में खुद बिना किसी सहारे के सीढ़ियां चढ़ते हुए नजर आए थे जिसे उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर शेयर किया था। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई भी पंत के जल्द ठीक होने के लिए पूरी मेहनत कर रहा है ताकि वह विश्व कप में भारतीय टीम में खेल सकें।

हाल ही में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लंदन के द ओवल में पंत की कमी साफ दिखाई दी थी जिसमें भारत को 209 रन से हार मिली। अब बीसीसीआई वर्ल्ड कप 2023 के लिए पंत के ठीक होने के लिए कड़ी तैयारी में हैं। एक रोपोर्ट में कहा गया, 'ऋषभ पंत के जल्द स्वस्थ होने से बीसीसीआई और बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के मेडिकल स्टाफ को हैरानी हुई है, जहां पिछले दिसंबर में एक गंभीर कार दुर्घटना में बचने के बाद भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज रिहैबिलिटेशन से गुजर रहा है।' 

रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई कि बीसीसीआई पंत को इस साल होने वाले वनडे विश्व कप के लिए तैयार करने के उद्देश्य से उनके रिहैबिलिटेशन में तेजी लाने का प्रयास कर रहा है, वहीं रिकवरी प्रक्रिया लंबे समय तक चलने की संभावना है। गौर हो कि पंत ने हाल ही में बिना बैसाखी के चलना और बिना किसी सहारे के सीढ़ियां चढ़ना शुरू किया। हालांकि वह कथित तौर पर दर्द से मुक्त नहीं है, लेकिन क्रिकेट खेलने के लिए तैयार होने की प्रक्रिया में अभी भी काफी समय लगेगा। विकेटकीपर बल्लेबाज, जो वर्तमान में फिजियो एस रजनीकांत के मार्गदर्शन में एनसीए में रिहैबिलिटेशन कर रहा है, आखिरी बार दिसंबर में भारत की बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के दौरान खेला था। 

विश्व कप अक्तूबर से नवम्बर के बीच में खेला जाएगा। हालांकि पंत के पास वापसी के लिए चार महीने का समय है। लेकिन जिस तरह से वह कार दुर्घटना का शिकार हुए और उन्हें कई फ्रेक्चर भी हुए, और ताजा स्थिति के मद्देनजर उनका समय पर ठीक होना मुश्किल ही लग रहा है। गौर हो कि पंत की कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर एक डिवाइडर से टकरा गई थी और गाड़ी ने आग पकड़ ली थी। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान को कई चोटें लगीं थी और राहगीरों द्वारा उन्हें कार से बाहर निकाला गया था। इस 25 वर्षीय खिलाड़ी को तीन बड़ी सर्जरी से गुजरना पड़ा और शेष वर्ष के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से प्रभावी रूप से बाहर कर दिया गया।