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खेल डैस्क : भारतीय जैवलिन थ्रोयर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) हांगझोउ में चल रही 19वीं एशियन गेम्स के दौरान चीनी धोखे का शिकार हो गए। जैवलिन स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में उतरे नीरज ने पहली थ्रो करीब 87 मीटर की फेंकी थी लेकिन चीनी मैनेजमैंट ने इसे तकनीकी कारणों से वैध नहीं माना। इतने बड़े इवेंट में यह तकनीक कारण क्या रहे इस पर सोशल मीडिया पर जमकर सवाल उठे। बहरहाल, चीनी धोखे के कारण नीरज को फिर से थ्रो फेंकनी पड़ी जिसमें वह 82.38 मीटर थ्रो ही फेंक पाए। नीरज इससे खुश नहीं दिखे। नीरज की निराशा देखकर सोशल मीडिया पर फैंस ने भी एशियाई गेम्स प्रबंधन पर जमकर गुस्सा निकाला। 

 


सोशल मीडिया पर चीनी प्रबंधन के खिलाफ फैंस ने जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने गेम के रैफरी को सस्पेंड करने की मांग की। 

 

 


यही नहीं, स्पर्धा में भारत के किशार कुमार जेना भी हिस्सा ले रहे थे। उन्होंने पहला अटैम्प 81.26 का फेंका था जिससे वह दूसरे स्थान पर आ गया। लेकिन जेना का दूसरा थ्रो फाऊल करार दे दिया गया। जेना फिनिशिंग लाइन से दूर थे, ऐसे में किन वजहों के चलते उनका थ्रो वैध नहीं माना गया, इस पर खूब विवाद हुआ।