खेल डैस्क : जियोवानी एमपेट्शी पेरीकार्ड इन दिनों टेनिस कोर्ट पर लगातार रॉकेट की रफ्तार से सर्विस करने के लिए जाने जा रहे हैं। उनकी औसत स्पीड ही 200 किमी/घंटा से ऊपर है। बीते दिनों उन्हें 231 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सर्विस करते देखा गया। 6 फीट 8 इंच लंबे 21 वर्षीय फ्रांसीसी खिलाड़ी फिलहाल दुनिया में 30वें नंबर का खिलाड़ी है। उसने अपनी तेजतर्रार सर्विस के कारण 89 प्रतिशत सर्विस गेम जीते हैं। यही नहीं उन्होंने 70 प्रतिशत ब्रेकपॉइंट बचाए हैं और औसतन 18 ऐस प्रति मैच लगाता है।
अपनी प्रतिभा पर उभरते हुए स्टार ने कहा कि आपको यह स्वीकार करने की आवश्यकता है कि आप कभी-कभी चूक सकते हैं। मैं आक्रामक हूं। लेकिन यहां खुद को तैयार करने के बारे में है। आप कई बार चूक जाते हैं तो कई बार सफल हो जाते हैं। मैं जब भी सर्विस करने जाता हूं तो मेरे दिमाग में दो आवाजें गूंजती हैं। एक कहती है, गेंद को कोर्ट में डालो। दूसरी कहती है, अगर आप सीमा के करीब जाते हैं तो आपके पास पॉइंट जीतने का बड़ा मौका है। मैं अक्सर मैं वह चुनता हूं जिसमें पॉइंट जीतने का अधिक मौका हो। सामने वाले प्लेयर को सावधान रहने की जरूरत है।

फेलिक्स ऑगर-अलियासिमे ने कहा कि दुनिया के नंबर 6 खिलाड़ी डेनियल मेदवेदेव हर बड़े सर्वर के खिलाफ एक रणनीति अपनाते हैं। वे सभी बहुत अच्छी सर्विस करते हैं, सिर्फ आंकड़ों के हिसाब से वे साल के दौरान अपनी सर्विस इतनी ज्यादा नहीं खोते हैं। आपको अपनी सर्विस पर वाकई मजबूत होना चाहिए, इसे टाईब्रेक तक ले जाने की कोशिश करनी चाहिए, शायद फिर उनकी सर्विस पर दबाव डालने की कोशिश करनी चाहिए।

फ्रांसीसी खिलाड़ी के पिता गाइलेन एमपेट्शी एक पूर्व फुटबॉलर हैं जबकि मां सिल्वी पेरीकार्ड गृहिणी हैं। अपने खेल के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे बहुत कुछ सुधारना है। मुझे अपने मूवमेंट, बैकहैंड में बेहतर होना होगा... जब मेरी सर्विस सही नहीं लगती, तो मुझे बैकहैंड या फोरहैंड खेलते समय बहुत अच्छा होना होगा। पेरीकार्ड पहले दो-हाथ से बैकहैंड खेलते थे लेकिन 9 साल की उम्र में सिंगल-हैंडर में बदल गए। उन्होंने कहा कि मुझे वन-हैंड बैकहैंड के साथ अधिक आत्मविश्वास महसूस हुआ।
पेरीकार्ड के साथ उनकी छोटी बहन डेफनी भी खेलती हैं। वह अभी जूनियर टूर पर हैं। वह अपनी मां को अपना हीरो बताती हैं। पेरीकार्ड ने बहन पर बात करते हुए कहा कि उसने मेरे पिता की तुलना में एक अलग तरीके से मदद की। इसी तरह मां सिल्वी ने उनसे ऐसे शब्द कहे जोकि उसके लिए जरूरी थे। वह कहती थी, तुम यहां किसी कारण से हो।