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शारजाह : कप्तान इयोन मोर्गन ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा यार्कशर काउंटी को अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी से प्रतिबंधित करने के फैसले का समर्थन करते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि इस तरह के संवेदनशील मामलों से ‘सख्ती' से निपटना चाहिए। यॉर्कशर क्लब पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक के नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोपों पर कार्रवाई करने में विफल रहा था। स्वतंत्र जांच में खिलाड़ी के ये आरोप सही साबित हुए थे जिससे ईसीबी ने क्लब के रवैये को ‘घिनौना' भी करार दिया। 

ईसीबी ने यह फैसला यार्कशर के खिलाड़ी गैरी बैलेंस के अपने पूर्व साथी रफीक के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी के उपयोग की बात स्वीकार करने के एक दिन बाद किया। आईसीसी टी20 विश्व कप में शनिवार को जब मोर्गन से ईसीबी की कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाँ, ईमानदारी से कहूं तो, मुझे लगता है कि इस तरह के गंभीर मामले से सख्ती से निपटने की जरूरत है। एक टीम के रूप में हम सब यही देखना चाहते है। 

उन्होंने कहा कि जाहिर है कि जांच जारी है। इसलिए केवल समय ही बताएगा कि क्या होता है, लेकिन मुझे लगता है कि बोर्ड के कार्यों ने यह दिखाया है कि ईसीबी इसे कितनी गंभीरता से ले रहा है कि इसे कैसे संभाला जा रहा है। हां, हम इसे एक सही तरीके से देखना चाहते है, लेकिन अगर कोई गंभीर मुद्दा है, तो हम चाहते हैं कि इससे भी निपटा जाए। यॉर्कशर पर ईसीबी की कार्रवाई से पता चलता है कि नस्लवाद जैसे मुद्दों से निपटने के लिए बोर्ड कितना गंभीर है।